आओ सबके काम

नहीं पता कब हो जायेगी, इस जीवन की शाम। मानवता के पथ पर चलकर, आओ सबके काम। तन का जब तक साथ निभाये, सांसों की ये डोर। तब तक बनो…

कहीं प्यार कहीं, टकराव मिलेगा

जब तक चलेंगी ज़िन्दगी की सांसें कहीं प्यार कहीं, टकराव मिलेगा। कहीं बनेंगे संबंध अंतर्मन से तो कहीं आत्मीयता का अभाव मिलेगा। कहीं मिलेगी ज़िन्दगी में प्रशंसा तो कहीं नाराजगियों…

दुख का मीत अंधेरा

सबके आंगन में आयेगा, खुशियों का फिर डेरा। इस दुनिया से मिट जायेगा, दुख का मीत अंधेरा। विपदाओं की गठरी से तुम, नहीं कभी घबराना। मुश्किल का जो पल आया…

मदिरा की महिमा

वाह! रे मदिरा तेरी तो, है महीमा अपरम्पार! तुम्हीं चलाते अर्थव्यवस्था, तुमसे है सरकार!! श्रम, संकट, संताप भूल नर, सपनों में खो जाता है। रंक पीये जो एक घूँट तो…

उनकी याद

हर दर्द को जो दिल में छुपाता चला गया। हर मुसकिलों में चुटकियाँ, बजाता चला गया।। झुका सकी ना मिल के ये दुनिया जिसे कभी। अपनों का जाना रोज़ रुलाता…

संगदिल मैं नहीं

चांद से जा मोहब्बत करी चांदनी। रात काली अमावस अकेले रही।। याद में उसके मैं तो तड़पता रहा। वो तो साजन की बांहों में लिपटी रही।। ना कमी कोई मैंने…

मिलन के मजबूरी

जग में ज़िन्दा रहे के बाटे, बात बस एतना जानो! गर्लफ़्रेंड के किस जनी करिहो, बात तू हमरी मानो। मिले जइबो गर्लफ़्रेंड से, लालच अगर बढइबो। छींकत, खासत,लिये करोना, अस्पताल…

आया बसंत

मन में उमंग अति हर्ष लिये। आया बसंत नव वर्ष लिये।। हरी भरी प्राकृति गोंद। चिड़ियों की चहचह हास्य विनोद।। संवरी वसुधा अनगिनत रंग। हस रहे पुष्प भौरों के संघ।।…

मिलन की चाह

चाह थी की मैं तुम्हारे। नैन का अंजन बनूँ।। लालिमा अधरों की तेरे। मांग मध्य सिंदूर बनूं।। कुसमाकर के तरूपल्लव सा। मैं तेरा सिंगार बनूं।। अद्भुत रूप धरूं उपवन में।…