Dharma News: ऋषि, मुनि, महर्षि, साधु और संत में यह होता है अंतर

Dharma News: भारत में प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों का विशेष महत्व रहा है। आज से सैकड़ों साल पहले ‘ऋषि’, ‘मुनि’, ‘महर्षि’ और ‘ब्रह्मर्षि’ समाज के पथ प्रदर्शक माने जाते…

Pauranik Katha: लंकाधीश रावण ने दक्षिणा में राम से मांगा था मोक्ष

Pauranik Katha: वाल्मीकि रामायण और तुलसीकृत रामायण में इस कथा का वर्णन नहीं है, पर तमिल भाषा में लिखी महर्षि कम्बन की इरामावतारम् में यह कथा है। रावण केवल शिवभक्त,…

Poetry: इतनी क्यों जलती है तुम्हारी तशरीफ

वो खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाये तो तकलीफ वो सैनिकों का हौंसला बढ़ाये तो तकलीफ। इतनी क्यों जलती है तुम्हारी तशरीफ? वो देश का मान बढ़ाये तो तकलीफ वो देश को…

Pauranik Katha: भक्त से निंदा सुन मुस्कुराए भोलेनाथ

Pauranik Katha: एक बार कैलाश पर्वत पर भगवान शिव और माँ पार्वती बैठे हुए थे। शिव जी ध्यान लगा कर बैठे थे। तभी पार्वती जी ने देखा कि वे मन्द-मन्द…

Pauranik Katha: शिव-पार्वती के पुत्र अंधक की कथा

Pauranik Katha: वामन पुराण के अनुसार एक बार भगवान शिव और माता पार्वती घूमते हुए काशी पहुंच गए। वहां पर भगवान शिव अपना मुंह पूर्व दिशा की ओर करके बैठे…

Poem: पक्षी के परों का कंपन

अचानक किसी दिन कविता के साए मंडराने लगते देह के अज्ञात में तब वह अज्ञात सी जेहन में पुकार लगाती, दस्तक देती फिर एक आवाज़ गूंजती कठफोड़वे की ठक ठक…

Poetry: मैं नहीं गिरा

पैदा होते ही माँ की कोख से गिरा घुटनों के बल चलते हुए गिरा दौड़ते हुए गिरा सड़क पर साइकिल चलाते हुए गिरा ग्यारहवीं में फेल होने पर समाज की…

Poem: मुझे दहेज़ चाहिए

तुम लाना तीन चार ब्रीफ़केस जिसमें भरे हो तुम्हारे बचपन के खिलौने बचपन के कपड़े बचपने की यादें मुझे तुम्हें जानना है बहुत प्रारंभ से… तुम लाना श्रृंगार के डिब्बे…

हरीश अरोड़ा की कविताओं में आयरनी है : पवन माथुर

नई दिल्ली: ‘समकालीन कविता के दौर में भी हरीश अरोड़ा ने नयी कविता की परंपरा को बरकरार रखा है। उनकी कविताएँ अभिधात्मक शैली में लिखी कविताएँ हैं, लेकिन ये कविताएँ…

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