
गोरखपुर: लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता प्रभावी रहने के चलते मार्च माह से स्थगित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनोपयोगी जनता दर्शन कार्यक्रम एक बार फिर प्रारंभ हो गया है। इसकी शुरुआत गत दिनों लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास से हुई। शनिवार को गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में रात्रि प्रवास के बाद रविवार सुबह जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और उनके निराकरण के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। गौरतलब है कि अधिकारियों के भरोसे चल रही योगी सरकार में जनता की सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके चलते फरियादी मुख्यमंत्री जनता दरबार में फरियाद लगाने को मजबूर हैं। आलम यह है कि कहीं से सुनवाई न होने पर अब तक कई फरियादी लखनऊ पहुंचकर आत्मदाह जैसे कदम उठा चुके हैं। बावजूद इसके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लग रहा है कि उनकी सरकार बेहतर काम कर रही है। फिलहाल उत्तर प्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी सरकार से कितना संतुष्ट है यह बता चुकी है। यही स्थिति रही तो आगे चल कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
बता दें कि गोरखपुर में पिछला जनता दर्शन लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पूर्व 9 मार्च को हुआ था। रविवार सुबह जनता दर्शन में काफी संख्या ऐसे लोगों को थी जो गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर आए थे। मुख्यमंत्री ने सभी को आश्वस्त किया कि सरकार इलाज में भरपूर मदद करने के लिए तत्पर है। हर जरूरतमंद को इलाज के लिए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से भरपूर मदद दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के मेडिकल इस्टीमेट की प्रक्रिया पूर्ण कर शासन को जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए। साथ ही जिन पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं, उनके आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएं।
जनहित सर्वोपरि!
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज ने आज @GorakhnathMndr परिसर में आयोजित ‘जनता दर्शन’ में विभिन्न जनपदों से आए लोगों की समस्याएं सुनीं।
महाराज जी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जन-समस्याओं को दूर करने में विलंब कतई न हो, उनका निराकरण… pic.twitter.com/5m0ywSajtn
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) June 16, 2024
गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन में सीएम योगी ने करीब 350 लोगों की समस्याएं सुनीं और समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक समाधान के निर्देश अधिकारियों को दिए। मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के बाहर कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे और बड़े इत्मीनान से उनकी बात सुनने के बाद उनके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित किया। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को भरोसा दिलाया कि सबकी पीड़ा दूर की जाएगी। जनता दर्शन में पहुंची एक महिला ने मुख्यमंत्री से इलाज में मदद की गुहार लगाई। इस पर सीएम योगी ने उससे आयुष्मान कार्ड के बारे में पूछा। महिला ने बताया कि आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज में जो भी खर्च आना है, अस्पताल से इस्टीमेट बनाकर शासन को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को उक्त महिला का आयुष्मान कार्ड बनवाने का भी निर्देश दिया। साथ ही कहा कि जो भी जरूरतमंद आयुष्मान हेल्थ कार्ड से वंचित रह गए हैं, उनके कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनवाए जाएं।
जनता दर्शन में पुलिस व राजस्व से जुड़ी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी जिले स्तर पर ही समस्या का समाधान सुनिश्चित करें ताकि लोगों को परेशान न होना पड़े। उन्होंने दो टूक हिदायत देते हुए कहा कि जनसमस्याओं के निस्तारण में हीलाहवाली अक्षम्य होगी। हर व्यक्ति की समस्या का पूरी प्रतिबद्धता और पारदर्शिता से न्यायोचित समाधान शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होती है और इसमें किसी ने भी लापरवाही की तो उसे दंड का भागी बनना पड़ेगा। इसलिए अधिकारी संवेदनशीलता से लोगों की समस्याओं को सुनें और गुणवत्तापूर्ण, त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। जनता दर्शन के दौरान कुछ महिलाओं संग पहुंचे उनके बच्चों को मुख्यमंत्री ने प्यार-दुलार और आशीर्वाद देते हुए चॉकलेट दिया।
गोशाला में सीएम योगी ने की गोसेवा
गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह मंदिर की गोशाला में गोसेवा की। उन्होंने गोवंश का हाल जाना और उन्हें अपने हाथों से गुड़-रोटी खिलाया। गोशाला का भ्रमण कर सीएम योगी ने गोवंश को उनके विभिन्न नामों से पुकारा। सीएम योगी की आवाज सुनते ही गोवंश उनके पास आ गए। सीएम योगी ने उन्हें दुलारकर अपने हाथों से उन्हें गुड़-रोटी खिलाया। मुख्यमंत्री ने गोशाला के कार्यकर्ताओं से सभी गोवंश के स्वास्थ्य और पोषण की जानकारी ली।
पीड़ितों की वेदना में सीएम योगी में लगाया संवेदना का मरहम
गोरखपुर: दुख और विपदा की घड़ी में हर व्यक्ति के साथ एक अभिभावक जैसे खड़े रहना, उसकी वेदना में संवेदना के साथ भरपूर मदद करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की विशिष्ट पहचान है। पीड़ितों के प्रति उनकी संवेदनशीलता और आत्मीयता का सजीव दर्शन रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में एक बार फिर देखने को मिला। बीते दिनों कुवैत में हुए एक अग्नि हादसे में जान गवाने वाले गोरखपुर के दो कामगारों के परिजनों और जम्मू के शिवखोड़ी में आतंकी हमले में घायल श्रद्धालुओं से मिलकर सीएम योगी ने न केवल उनकी पीड़ा पर संवेदना का मरहम लगाया बल्कि आर्थिक सहायता देकर उन्हें आश्वस्त किया कि उनके रहते किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
गत दिनों कुवैत में एक बहुमंजिला भवन में आग लगने से करीब चार दर्जन लोगों की मौत हो गई थी। इनमें गोरखपुर के सदर तहसील क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी निवासी अंगद गुप्ता और कैम्पियरगंज तहसील क्षेत्र के भम्मौर निवासी जयराम गुप्ता भी शामिल थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेश मंत्रालय और कुवैत में भारतीय दूतावास से संपर्क कर उनके शव को सम्मानपूर्वक उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई। शनिवार को दोनों मृतकों के शव घर आए और ससम्मान अंतिम संस्कार किया गया। रविवार सुबह मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर में दोनों मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना प्रकट की और ढांढस बंधाते हुए उन्हें आत्मीय संबल प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने अंगद गुप्ता की पत्नी रीता देवी और जयराम गुप्ता की पत्नी सुनीता को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक भी प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने दोनों परिवारों से कहा कि दुख की इस घड़ी में वह उनके साथ खड़े हैं।
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सीएम योगी ने जम्मू के शिवखोड़ी में पिछले दिनों आतंकी हमले में घायल गोरखपुर के पुर्दिलपुरनिवासी राजेश, रिकसोना, भैरोपुर निवासी गायत्री और सोनी को भी एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक दिया। रिकसोना की आर्थिक सहायता का चेक उनके पति राजेश ने प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इन सभी घायलों के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी ली और कहा कि सरकार इलाज में कोई कमी नहीं आने देगी। उल्लेखनीय है कि शिवखोड़ी में हुए आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की टीम को घायलों के इलाज और वहां फंसे श्रद्धालुओं को सकुशल उनके घर वापस लाने के लिए लगाया था।
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