Pauranik Katha: माँ सरस्वती के प्राकट्य की कथा

Pauranik Katha: हम सभी इस सृष्टि के निर्माता के रूप में परमपिता भगवान ब्रह्मा को देखते हैं, जबकि संचालक की भूमिका भगवान विष्णु व संहारक महादेव स्वयं हैं। सृष्टि निर्माता…

Vedas: चार वेदों में क्या है, जानें इसका महत्व

Vedas: वेद दुनिया के प्रथम धर्मग्रंथ है। इसी के आधार पर दुनिया के अन्य मजहबों की उत्पत्ति हुई, जिन्होंने वेदों के ज्ञान को अपने अपने तरीके से भिन्न-भिन्न भाषा में…

Sankashti Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी, जानें क्यों मनाते हैं सकट चौथ

Sankashti Chaturthi 2024: एक साहूकार और एक साहूकारनी थे। वह धर्म-पुण्य को नहीं मानते थे। इसके कारण उनके कोई बच्चा नहीं था। एक दिन साहूकारनी पड़ोसी के घर गयी। उस…

Dharm Gyan: विज्ञान नहीं जानता, वेद बताते हैं, तुलसी लिखते हैं, वायु के 49 स्वरूप

Dharm Gyan: श्री अयोध्या जी। आइए एक अलौकिक ज्ञान से परिचित हुआ जाय। यह कोई सामान्य जानकारी नहीं है। हमारा सनातन जिसे महाविज्ञान कहता है, यह उसका एक अंशमात्र है।…

Pauranik Katha: नहीं बदला जा सकता विधि का विधान

Pauranik Katha: श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे, फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक। और जब मुनि वशिष्ठ…

हिन्दू विरोधी टूलकिट का हिस्सा हैं फर्जी शंकराचार्य

संजय तिवारी काशी/अयोध्या: कलियुग के कालनेमियों से सनातन समाज को सतर्क रहने की आवश्यकता है। अनेक स्वघोषित शंकराचार्य आजकल चर्चा में हैं। इनके बारे में वास्तविक जानकारी नहीं होने से…

Pauranik Katha: श्रीकृष्ण ने राजा मोरध्वज के सामने तोड़ा अर्जुन का घमंड

Pauranik Katha: महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद अर्जुन को अभिमान हो गया कि वो श्रीकृष्ण के सर्वश्रेष्ठ भक्त है, अर्जुन सोचते थे कि कन्हैया ने मेरा रथ चलाया, मेरे…

जहां माता सीता के हाथ से गिरा था गर्म तेल, वहां से अब निकलता है गर्म पानी, जानें क्या है मान्यता

अंजुम अंसारी बलरामपुर: छत्तीसगढ़ का भगवान राम से काफी करीब का नाता है। माता कौशल्या खुद छत्तीसगढ़ की राजकुमारी थी, वहीं प्रभु श्री राम ने भी अपने वनवास के दौरान…

Pauranik Katha: राजा दशरथ के जन्म की कथा

Pauranik Katha: महाराज दशरथ का जन्म एक बहुत ही अद्भुत घटना है। पौराणिक धर्म ग्रंथों के आधार पर बताया जाता है कि एक बार राजा अज दोपहर की वंदना कर…

रामनामी समाज के लोगों के रोम-रोम में बसे प्रभु श्री राम

जांजगीर: आंख, नाक, कान, मुंह, हाथ-पैर हर जगह सिर्फ राम-राम का नाम, ये रामनामी समाज के लोग हैं। इनके लिए राम किसी मंदिर में नहीं, किसी मूर्ति में नहीं, बल्कि…