Pauranik Katha: नहीं बदला जा सकता विधि का विधान

Pauranik Katha: श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे, फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक। और जब मुनि वशिष्ठ…

हिन्दू विरोधी टूलकिट का हिस्सा हैं फर्जी शंकराचार्य

संजय तिवारी काशी/अयोध्या: कलियुग के कालनेमियों से सनातन समाज को सतर्क रहने की आवश्यकता है। अनेक स्वघोषित शंकराचार्य आजकल चर्चा में हैं। इनके बारे में वास्तविक जानकारी नहीं होने से…

Pauranik Katha: श्रीकृष्ण ने राजा मोरध्वज के सामने तोड़ा अर्जुन का घमंड

Pauranik Katha: महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद अर्जुन को अभिमान हो गया कि वो श्रीकृष्ण के सर्वश्रेष्ठ भक्त है, अर्जुन सोचते थे कि कन्हैया ने मेरा रथ चलाया, मेरे…

जहां माता सीता के हाथ से गिरा था गर्म तेल, वहां से अब निकलता है गर्म पानी, जानें क्या है मान्यता

अंजुम अंसारी बलरामपुर: छत्तीसगढ़ का भगवान राम से काफी करीब का नाता है। माता कौशल्या खुद छत्तीसगढ़ की राजकुमारी थी, वहीं प्रभु श्री राम ने भी अपने वनवास के दौरान…

Pauranik Katha: राजा दशरथ के जन्म की कथा

Pauranik Katha: महाराज दशरथ का जन्म एक बहुत ही अद्भुत घटना है। पौराणिक धर्म ग्रंथों के आधार पर बताया जाता है कि एक बार राजा अज दोपहर की वंदना कर…

रामनामी समाज के लोगों के रोम-रोम में बसे प्रभु श्री राम

जांजगीर: आंख, नाक, कान, मुंह, हाथ-पैर हर जगह सिर्फ राम-राम का नाम, ये रामनामी समाज के लोग हैं। इनके लिए राम किसी मंदिर में नहीं, किसी मूर्ति में नहीं, बल्कि…

Pauranik Katha: अंतर्मन को छूता महाभारत का यह सार्थक प्रसंग

Pauranik Katha: महाभारत युद्ध समाप्त हो चुका था। युद्धभूमि में यत्र-तत्र योद्धाओं के फटे वस्त्र, मुकुट, टूटे शस्त्र, टूटे रथों के चक्के, छज्जे आदि बिखरे हुए थे और वायुमण्डल में…

भारत की संत परपम्परा के आधुनिक उन्नायक स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती

वह संन्यासी हैं। संवेदनशील हैं। संघर्षशील हैं। सनातन क्रांतिवीर हैं। ऊर्जावान हैं। राष्ट्रवन्दना के अप्रतिम गायक हैं। भगवान आद्यशंकराचार्य की ज्योतिर्पीठ पर विराजमान शंकराचार्य भगवान स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के शिष्य…

श्रुति और ऋषि परंपरा से संचालित होता है सनातन

सनातन संस्कृति में केवल श्रुति ही सर्वोच्च है। यहां किसी शीर्ष आचार्य या किसी एक पुस्तक की नहीं चलती। यह विश्व के कल्याण और प्राणियों में सद्भावना का मार्ग है।…

बनेगी समाधि, जो अभी मजार है!

गोरखपंथ के संत मच्छिंद्रनाथ (मत्स्येंद्र नाथ) की बारह सदी पुरानी समाधि शीघ्र हिंदुओं को वापस मिलेगी। मुंबई से चालीस किलोमीटर के फासले पर कल्याण में यह तीर्थस्थली है। महाराष्ट्र के…

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