Poem: प्रकृति भी रंग पसारे है

प्रकृति भी रंग पसारे है, नववर्ष तुम्हारा आलिंगन! फसलें भी स्वर्ण सरीखी सी, आतुर हैं आने को आंगन। जो बीत गईं वो यादें हैं, आएंगी वो है नव जीवन! बीतीं…

Poem: हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे

हारे हुए लोग कहाँ जायेंगे हारे हुए लोगों के लिए कौन दुनिया बसाएगा, उन पराजित योद्धाओं के लिए, तमाम शिकस्त खाए लोगों के लिए। प्रेम में टूटे हुए लोग, सारी…

Prerak Prasang: प्रयास जरूरी है

Prerak Prasang: एक व्यक्ति प्रतिदिन आकर महात्मा बुद्ध का प्रवचन सुना करता था। उसका यह क्रम एक माह तक बराबर चला पर इस सबका उसके जीवन पर कोई प्रभाव नहीं…

Kahani: शिवभक्त बन गया शिकारी

Kahani: प्राचीन काल में किसी जंगल में गुरुद्रुह नाम का एक शिकारी रहता था। जो जंगली जानवरों का शिकार करता और उससे अपने परिवार का भरण-पोषण करता। एक बार शिवरात्रि…

Kahani: प्रशंसनीय झूठ

Kahani: मम्मी-मम्मी, मैं उस बुढिया के साथ स्कूल नहीं जाउँगा, न ही उसके साथ वापस आउँगा। मेरे दस वर्ष के बेटे ने गुस्से से अपना स्कूल बैग फेंकते हुए कहा…

Kahani: व्यर्थ की चिंता

Kahani: एक व्यक्ति बहुत दिनों से तनावग्रस्त चल रहा था, जिसके कारण वह काफी चिड़चिड़ा तथा क्रोध में रहने लगा था। वह सदैव इस बात से परेशान रहता था कि…

Prerak Prasang: परिश्रम रूपी धन

Prerak Prasang: सुन्दरपुर गांव में एक किसान रहता था। उसके चार बेटे थे। वे सभी आलसी और निक्कमे थे। जब किसान बुढ़ा हुआ तो उसे बेटों की चिंता सताने लगी।…

Holi 2025: क्यों मनाते हैं होली, जानें क्या हैं कथाएं

Holi 2025: रंगों का पर्व होली भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह पर्व विशेष रूप से भारत और नेपाल में मनाया जाता है, लेकिन अब यह दुनिया…