Poetry: राम का उत्सव मनाने

राम का उत्सव मनाने बढ़ रहा है विश्व सारा। कर्तव्य पथ पर हम बढ़ें सौभाग्य युग है हमारा।। प्रेरणा के दीप हम हों विश्व में जगमग उजाला। आनन्दमय वातावरण हो…

Poetry: सूझ-बूझ कर कदम बढ़ाओ

कर्म धर्म कर्तव्य सुपथ है सतत साधना रत य़ह जीवन। सूझ-बूझ कर कदम बढ़ाओ कर्म योग साधक होवे मन।। ध्येय दृष्टि संकल्प तुम्हारा साधक पूर्ण सदा फलित हो। कृति सर्वोत्तम…

Poetry: पहले मित्र बनो तुम अपने

पहले मित्र बनो तुम अपने, सब जग के बन जाओगे। कदम जहाँ रखोगे जग में, अपनी प्रतिध्वनि पाओगे।। जो भी मिले प्रेरणा पाए, उत्साह उमंग से भर जाये। ले संकल्प…

Poem: गाय हमारी माता है गी

गाय हमारी माता है गी, यह हम नित्य रहे हैं गाई। कभी आरती पूजन करते, चन्दन वन्दन रहे चढ़ाई।। सब देवता गाय में बसते, यह हम सबको रहे बताय। द्वार…

Poem: य़ह यक्ष प्रश्न है तेरा

बाहों में बहु बल था उत्साह महा प्रबल था वीरों का सुगठित दल था पर लड़कर हम क्यों हारे? क्षत्रिय रक्षा का हल था क्षत्राणी युग संबल था जौहर करना…

Poetry: सब बनिये पूर्ण समर्थ

शास्त्र सुरक्षित रहेंगे जीवंत रहे व्यवहार। उत्सव पूर्वक मनेंगे शांति मय त्योहार।। शस्त्र पूजन कीजिए नियमित हो अभ्यास। जीवन की शांति रहे है यही सनातन न्यास।। घर घर जाई देखिये…

Poetry: कहीं अंधेरा ना रह जाए

दीप जलाएं हम खुशियों के, कहीं अंधेरा ना रह जाए। कर्तव्य साधना करें हम सभी, रामराज्य ज़न मन में आये।। संकल्प करें प्रेरणा बनें हम, जागें जीवन की सभी दिशाएं।…

Poetry: आज दशहरा पर्व है

नील कंठ का ध्यान कर शिव को करिए याद। हो सत्यम शिवम सुन्दरम नित घर घर में संवाद।। हित जिससे देवत्व का मिलि कीजे सोई काज। जिमि मानवता रक्षित रहे…

Poetry: हर कदम ऊर्जा भरा हो

हर कदम ऊर्जा भरा हो हर कदम में दिशा दृष्टि। संकल्प से सिद्धि पाना होगी सनातन पूर्ण सृष्टि।। विविध विधि के कार्य हों परिणाम हों सबके मनोहर। बहु प्रेरणा जागृत…

Poetry: छोटा काम बड़ा परिणाम

छोटा काम बड़ा परिणाम देगा बदल धारणा आम। करके देखो सहज भाव से सब कोई लेगा तेरा नाम।। दिन में मिले परस्पर कोई तुम उसे ध्यान से सुनना। उसकी बातों…

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