Arvinder Singh Lovely Resigns: पार्टी नेताओं की उपेक्षा के चलते कांग्रेस लगातार रसातल की ओर जा रही है। देश में जहां लोकतंत्र के पर्व का माहौल है, वहीं कांग्रेस मायूसी और निराशा का माहौल बना हुआ है। पार्टी की नीतियों और फैसलों से अहत नेता कांग्रेस से दूर होना ही मुनासिब समझ रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को दिल्ली में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के फैसलों से आहत दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा सौंपा है, जिसमें पार्टी से अपनी नाराजगी जाहिर की है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपे अपने इस्तीफा पत्र में उन्होंने लिखा है कि दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी जो कांग्रेस के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र झूठे आधार पर बनी थी। इसके बावजूद, कांग्रेस ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला लिया। अरविंदर लवली ने पत्र में लिखा है कि वह कई कारणों से खुद को पार्टी में अपंग महसूस करते हैं और दिल्ली पार्टी इकाई के अध्यक्ष के तौर पर खुद को असमर्थ समझते हैं। इस्तीफा पत्र में उन्होंने लिखा है कि 31 अगस्त, 2023 को मुझे दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इसके लिए मैं पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं। पिछले 7-8 महीनों में मैने पार्टी को दिल्ली में फिर से मजबूत करने का भरपूर प्रयास किया है। पूरा प्रयास रहा कि पार्टी फिर से उसी स्थिति में पहुंच जाए, जैसी कभी वह थी।

अगस्त, 2023 में जब मुझे दिल्ली की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, तब पार्टी इकाई किस स्थिति में थी, यह सबको पता है। पार्टी को पुनर्जीवित करने और अपने स्थानीय कार्यकर्ताओं को फिर से सक्रिय करने के लिए मैंने कड़ी मेहनत की है। सैकड़ों स्थानीय कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को फिर से पार्टी में शामिल कराया। ये ऐसे नेता थे जो या तो पार्टी छोड़ चुके थे या निष्क्रिय हो गए थे। इतना ही नहीं कई वर्षों से पार्टी ने शहर में न तो कोई बड़ा कार्यक्रम किया और न ही रैली की थी। मैंने रैली और कार्यक्रमों के जरिए शहर की सभी 7 संसदीय सीटों को कवर करने का प्रयास किया और काफी हद तक सफल भी रहा।

AICC महासचिव पर उठाए सवाल

दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने का कारण बताते हुए अरविंदर सिंह लवली ने पत्र में लिखा, ‘दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की तरफ से लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को AICC महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने एकतरफा वीटो कर दिया। उन्होंने मुझे DPCC में कोई वरिष्ठ नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी। इतना ही नहीं मीडिया के रूप में एक अनुभवी नेता की नियुक्ति के लिए मेरे अनुरोध को भी अस्वीकार कर दिया गया।

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कन्हैया कुमार को लेकर भी जाहिर की नाराज

अरविंदर सिंह लवली ने अपने पत्र में कन्हैया कुमार का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा, ‘उत्तर-पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार (कन्हैया कुमार) पार्टी लाइन और मान्यताओं को दरकिनार करते हुए दिल्ली के सीएम की झूठी प्रशंसा कर रहे हैं और मीडिया में लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। कन्हैया कुमार दिल्ली के नागरिकों की समस्याओं की अनदेखी करते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली क्षेत्र में आम सरकार की तरफ से किए गए कथित कार्यों के झूठे प्रचार का समर्थन कर रहे हैं।

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