Super Human Bank of Talent: ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले, ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है… वैसे तो अल्लामा इकबाल की ये पंक्तियां कई मौकों पर सटीक बैठती हैं, लेकिन जो इसे जिंदगी का मकसद बना लेते हैं वह एक दिन अपनी मंजिल पा ही लेते हैं। हम आपको एक ऐसे सफरनामे के बारे में बताएंगे जो उतार-चढ़ाव से भरपूर रहा, लेकिन मकसद शुरू से यही है कि दूसरों के सफरनामों की अड़चनों को कम किया जाए। इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है।

यहां बात हो रही है पान सिंह तोमर (Pan Singh Tomar), गंगूबाई (Gangubai Kathiawadi), राजनीति (Rajneeti), अपहरण (Apharan), अब तक छप्पन 2 (Ab tak Chappan 2), आशिकी (Aashiqui), सड़क (Sadak), प्रहार (Prahar) और प्रकाश झा (Prakash Jha) की चर्चित वेब सीरीज आश्रम (Aashram) में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके चर्चित फिल्म एक्टर खान जहांगीर खान (Khan Jahangir Khan) की। इन्होंने थियेटर से अपने कॅरियर की शुरुआत की। इसके बाद सपनों की नगरी मुंबई की तरफ रुख किया। फिल्म इंडस्ट्री में खान जहांगीर खान ने 30 का सफरनामा पार किया है।

इसके साथ ही एक्टर ने एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम है- Super Human You Are। जल्द ही यह किताब प्रकाशित होने वाली है और इस किताब में क्या ख़ास है, उसपर भी उन्होंने प्रकाश डाला है। खान जहांगीर खान ने एक बैंक भी खोला है, लेकिन इस बैंक का उद्देश्य पैसे या रुपये लेना-देना नहीं है। इसकी एक अलग विशेषता है। हम आपको अपने इस विशेष अंक में खान जहांगीर खान से हुई बातचीत के कुछ अंश से रूबरू करा रहे हैं, जिसमें उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए हैं…

सवाल: मुंबई में अपने सपनों को पूरा करना कितना मुश्किल रहा?

जवाब: जिंदगी में कामयाब होना है तो मुश्किलों का सामना करना ही पड़ेगा। हर किसी के पास पुश्तैनी पैसा या रुपया नहीं होता है और जिनके पास होता है, उन्हें इसको मेंटेन करने के लिए भी आखिर में मेहनत करनी ही पड़ती है। फिल्म इंडस्ट्री में काम निरंतर मिलता रहे, इसके लिए होड़ मची है। आपकी एक्टिंग में वेरिएशन होना जरूरी है। इस इंडस्ट्री में काम करना मतलब हिमालय पर्वत की चोटी पर चढ़ना है।

अब अगर ये सोचा जाए की ठंड लगेगी तो सही नहीं है। हार नहीं माननी है, असफलता ही सफलता की चाबी है। मंजिलों पर ध्यान देने की जरूरत है, सफ़र मुश्किलों भरा ही होता है, आसानी से कभी कुछ नहीं मिलता है। मुश्किलें जरूर मिलीं, लेकिन मंजिल पर फोकस रखिये, अड़चनों पर नहीं।

सवाल: एक्टिंग के साथ-साथ राइटिंग का शौक कैसे? अपनी किताब के बारे में कुछ बताइए?

जवाब: दरअसल, मेरी राइटिंग स्किल्स आपको मेरी किताब में देखने को मिलेगी। Super Human You Are, मेरी किताब का नाम है। शरीर एक मशीन है और ये मशीन लाजवाब है। किताब को पढ़ने के बाद पॉजिटिव एनर्जी आएगी, क्योंकि लिखते वक्त मैंने इसे महसूस किया है। जितनी भाषाओं में हमारी फिल्में रिलीज होती हैं, कम से कम उतनी भाषाओं में इसे रिलीज किया जाए, ऐसी मेरी कोशिश है। ईद-बकरीद के दरमियां इसको रिलीज कर दिया जाएगा।

सवाल: आपने एक बैंक भी खोला है? अभी तक कितने लोगों ने खाता खुलवाया?

जवाब: Super Human Bank of Talent, इसी नाम से मैंने अपना बैंक खोला है। इस बैंक का उद्देश्य सिर्फ इतना से है कि यंगस्टर्स की अड़चनों को कम किया जाए। ये एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहां यंग टैलेंट को मंच दिया जाएगा। दरअसल, कई ऐसे यंग टैलेंटेड लोग हैं, जो कई वजहों से अपने पैशन को फॉलो नहीं कर पाते हैं। कोई अच्छा डांसर है, लेकिन वो कॉल सेंटर में काम कर रहा है, कोई अच्छा लेखक है, लेकिन वो सेल्स का काम कर रहा है और कोई बेहतरीन सिंगर है, लेकिन वो साइबर कैफे चला रहा है। जीविका भी जरूरी है, लेकिन इस वजह से उनके अंदर का टैलेंट मर जाता है।

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Super Human Bank of Talent एक मंच है, जो एक कनेक्शन जोड़ेगा। मैं खुद फिल्म इंडस्ट्री में पिछले 30 सालों से काम कर रहा हूं। मुझे पता है लूपहोल्स कहां हैं, बस उन्हें भरने की देर है। ये बैंक पहला स्टेप है। ऑनलाइन फ्री रजिस्ट्रेशन की सुविधा है। अपना प्रोफाइल बनाइये। आपकी प्रोफाइल जहां भी फिट बैठेगी, आपको वहां से कनेक्ट किया जाएगा और आपके पैशन को फॉलो करने की जर्नी में आपकी मदद की जाएगी। काम आपको ही करना है, ये बैंक सिर्फ एक जरिया है आपके सपनों को पंख देने का।

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