Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) रविवार को छत्तीसगढ़ में अपने तेवर में रहे। विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में कमल के फूल के लिए समर्थन मांगने पहुंचे योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का जनमानस ने जोरदार स्वागत किया। ‘योगी-योगी’ के नारों से छत्तीसगढ़ की रैली गूंज उठी। यहां बुलडोजर बाबा (Bulldozer Baba) को जनमानस ने सिर आंखों पर बैठाया। सीएम योगी (CM Yogi) ने एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ के आध्यात्मिक संबंधों की चर्चा की तो वहीं कांग्रेस को खूब धोया। राजनांदगांव लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार संतोष पांडेय के पक्ष में जनसभा की तो इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बखिया उधेड़ दी।

घोटाले, आतंकवाद व नक्सलवाद का नाम है कांग्रेस

सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस घोटाले, आतंकवाद, नक्सलवाद का नाम है। जिस आयु में युवाओं के हाथों में पुस्तक, टैबलेट, दुनिया को आगे बढ़ाने का जज्बा होना चाहिए, कांग्रेस ने उस आयु के बच्चों के हाथों में तमंचे पकड़ा दिए। उन्हें भारत के खिलाफ ही लड़ने के लिए नक्सलवाद, आतंकवाद, उग्रवाद के नाम पर उकसाया। कांग्रेस शासन के समय यहां लव जेहाद की घटनाओं को छूट दे दी गई थी। सामान्य नागरिक भुवनेश्वर साहू के साथ हुई घटना कोई भूला नहीं है। छत्तीसगढ़ की जनता का अभिवादन करता हूं कि उनके पिता ईश्वर साहू को विधायक बनाकर भुवनेश्वर की स्मृतियों को जीवंत बनाने का कार्य किया है। भुवनेश्वर ने लव जेहाद और कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का विरोध करते हुए अपना बलिदान दे दिया था।

भूपेश बघेल ने गोबर घोटाला भी कर डाला

सीएम योगी ने कहा कि इस सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रत्याशी बनाया है। उनके ऊपर पहले से शराब, कोयला, पब्लिक सर्विस कमीशन, महादेव ऐप आदि के घोटाले का आरोप और एफआईआर हो, वह व्यक्ति ठसक के साथ चुनाव लड़ने का दुस्साहस कर रहा है। वह मानकर चलता है कि कितना भी बड़ा अपराध करेंगे और समाज की आंखों में धूल झोंककर सत्ता हथिया लेंगे। वे यह जान लें कि नए भारत में घोटालेबाज नहीं चलेंगे। शराब व कोयला घोटाला कांग्रेस की प्रवृत्ति थी लेकिन भूपेश बघेल ने गोबर घोटाला भी कर डाला। गोमाता को तस्करों- कसाइयों के हवाले कर दिया गया था।

कांग्रेस को जब भी अवसर मिला, छत्तीसगढ़ को खूब लूटा

सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस को जब भी अवसर मिला, उन्होंने छत्तीसगढ़ को लूटने का कोई अवसर नहीं छोड़ा। गरीबों, पिछड़ों, वनवासियों-आदिवासियों के उत्थान के लिए अटल जी व पीएम मोदी के नेतृत्व में बनी योजनाओं को रमन सिंह-विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकारों ने लागू किया तो कांग्रेस ने पांच वर्ष के कुशासन में इसे समाप्त करने का प्रयास किया। छत्तीसगढ़ हजारों वर्षों से विरासत का संरक्षण करती आ रही है। सरकारों ने उपेक्षा की होगी। लोगों ने तमाम प्रकार के गलत तरीके से छवि को प्रस्तुत करने का प्रयास किया होगा, लेकिन केंद्र में अटल जी-मोदी जी व प्रदेश की भाजपा सरकार मजबूती के साथ छत्तीसगढ़ को पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई देती है।

Lok Sabha Elections 2024

राम व भारत के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा किया

सीएम योगी ने कहा कि जब रायपुर में राम जी का मंदिर बन रहा था, तब रमन सिंह यहां के सीएम थे। उस समय उन्होंने कहा था कि हम पहले ही छत्तीसगढ़ में भगवान राम का मंदिर बना रहे हैं। मैंने कहा कि बालक पहले ननिहाल ही आता है। जब छत्तीसगढ़ में रामलला आ जाएंगे तो अयोध्या में भी मंदिर बनने से कोई रोक नहीं पाएगा। पीएम मोदी के कारण राम मंदिर बन सका। कांग्रेस के लोग कहते थे कि राम हुए ही नहीं। गांधी जी ‘रघुपति राघव-राजा राम’ कहते थे, उनके अंतिम शब्द ‘हे राम’ थे। जिन लोगों ने गांधी के नाम पर जीवन भर सत्ता हथियाई, उन लोगों ने राम और भारत के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा करने की कुत्सित चेष्टा की।

योगी ने गिनाया भाजपा व कांग्रेस का अंतर

सीएम योगी ने कहा कि डॉ. रमन सिंह की सरकार ने एक रुपये किलो चावल गरीबों, आदिवासियों को दिया तो मोदी सरकार चार वर्ष से 80 करोड़ गरीबों को फ्री में राशन की सुविधा दे रही है। 50 करोड़ गरीबों के जनधन अकाउंट खोलकर मोदी जी ने कांग्रेसियों की कमीशनखोरी पर रोक लगा दी। मोदी सरकार ने चार करोड़ मकान बनवाए, उप्र में 56 लाख गरीबों के मकान बने, लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने 18 लाख गरीबों को मकानों से वंचित किया था। गरीबों को मकान न मिले, इसका दोष भी कांग्रेस सरकार पर है। डॉ. रमन सिंह द्वारा तय की गई यहां के गरीब किसानों से धान को अतिरिक्त बोनस देकर खरीदने की परंपरा को कांग्रेस सरकार ने बाधित किया, लेकिन विष्णुदेव साय के नेतृत्व भाजपा सरकार ने फिर से शुरू कर आर्थिक संबल शुरू किया। 18 लाख गरीबों को भाजपा सरकार मकान देने जा रही है। कांग्रेस समस्या तो भाजपा समाधान देती है।

500 वर्ष बाद अयोध्या में हुआ श्रीराम का फिर से आगमन

सीएम योगी ने कहा कि 500 वर्षों बाद प्रभु रामलला का फिर से अयोध्या में आगमन हुआ है। यह काम कांग्रेस के लोग नहीं कर पाते। जब भगवान को 14 वर्ष का वनवास हुआ था और वे अयोध्या से वन के लिए निकले तो छत्तीसगढ़ की तरफ रुख किया। पहले चित्रकूट, फिर दंडकारण्य होते हुए पंचवटी की तरफ गए। उस समय रावण के कुछ राक्षस ऋषि-मुनियों की साधना में विघ्न डालते थे। सभ्य समाज को प्रताड़ित करते थे। हजारों वर्ष पहले प्रभु राम ने उनकी सुरक्षा के साथ ही इस धऱती को राक्षस विहीन करने का संकल्प लिया था। उसी का परिणाम था कि लंका के राजा रावण को भी खानदान के साथ दूसरे लोक के लिए प्रस्थान करना पड़ा था। प्रभु राम की महिमा की भूमि छत्तीसगढ़ में आकर कौन अभिभूत नहीं होगा।

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छत्तीसगढ़िया, सबसे बढ़िया

सीएम योगी ने कहा कि आज सुबह लखनऊ से रायपुर के लिए प्रस्थान करते समय कुछ पत्रकारों ने पूछा कि आज छत्तीसगढ़ जा रहे हैं, क्या कहना चाहते हैं। मैंने कहा कि छत्तीसगढ़िया, सबसे बढ़िया। लोगों ने कहा- कैसे, मैंने कहा कि ननिहाल किसे अच्छा नहीं लगता है। छत्तीसगढ़ आराध्य प्रभु श्रीराम का ननिहाल व मां कौशल्या का मायका है। 500 वर्षों बाद रामलला के पुर्नआगमन पर जितने अभिभूत उत्तर प्रदेश व देशवासी हुए हैं, उससे अधिक खुशी छत्तीसगढ़ वालों को है। प्रभु के आगमन पर जो आनंदित हों, उससे बढ़िया कोई और नहीं हो सकता। जनसभा में छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, मंत्री लखन देवांगन, राजेश मुढ़त, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, प्रदीप गांधी, राजनांदगांव से भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडेय, लोकसभा संयोजक मधुसूदन यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू आदि की मौजूदगी रही।

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