Poem: गाय हमारी माता है गी
गाय हमारी माता है गी, यह हम नित्य रहे हैं गाई। कभी आरती पूजन करते, चन्दन वन्दन रहे चढ़ाई।। सब देवता गाय में बसते, यह हम सबको रहे बताय। द्वार…
गाय हमारी माता है गी, यह हम नित्य रहे हैं गाई। कभी आरती पूजन करते, चन्दन वन्दन रहे चढ़ाई।। सब देवता गाय में बसते, यह हम सबको रहे बताय। द्वार…
Lucknow News: पंच तत्व में संतुलन के साथ ही उन्हें यदि प्रदूषण से मुक्त रखने और उनके उपयोग का संयम रखा जाए तो हमारा समाज और हम सभी सुख, शांति…