Bhopal: ब्रह्माकुमारीज के संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा एवं ब्रह्माकुमारीज संस्था के इतिहास पर आधारित गॉडलीवुड स्टूडियो द्वारा निर्मित बहुचर्चित आध्यात्मिक एनीमेटेड फिल्म ‘द लाइट’ की भोपाल शहर औरा माल पीवी आर, त्रिलँगा, भोपाल मे प्रथम स्क्रीनिंग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। फिल्म आध्यात्मिक शक्ति, नारी उत्थान एवं समाज कल्याण की विशेष अवधारणा पर आधारित है। फिल्म ब्रह्माकुमारीज के गाडलीवुड स्टूडियो द्वारा निर्मित है। “THE LIGHT” फिल्म ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के साकार संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा की परमात्मा के प्रति अटूट प्रेम और विश्वास तथा उनके तन से परमात्मा दिशानिर्देश द्वारा माताओं बहनों के द्वारा विश्व कल्याण के कार्य के लिए जुल्मों एवं सितमों के सहन की क्रंदित करने वाली ऐतिहासिक घटना का सिनेमेटिक तरीके से प्रदर्शन दर्शकों के आँखों को सजल तथा मन को भावविभोर कर देती है।

फिल्म के भोपाल शहर मे स्क्रीनिंग के उद्घाटन समारोह मे भोपाल महापौर मालती राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव अवधेश प्रताप सिंह, भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक संजय द्विवेदी, ब्रह्माकुमारीज भोपाल ज़ोन की निदेशिका अवधेश बहन, पार्षद रामबाबू पाटीदार, ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बीके डॉ. रीना दीदी, ब्रह्माकुमारीज सुख शांति भवन की निदेशिका बीके नीता दीदी, ब्रह्माकुमारीज कोलार सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके किरण दीदी, बैरागढ़ सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके प्रीति दीदी एवं भोपाल की अन्य वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी दीदियाँ उपस्थित थीं।

कार्यक्रम का उद्घाटन औरा माल पीवीआर में दीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। जिसमें सैकड़ों भाई बहनें उपस्थित थे। फिल्म देखने के लिए लोगों में विशेष उत्साह था। सुबह से ही लोग कतारों मे शो आरंभ होने का इंतजार कर रहे थे।

महिलाओं के जीवन, सम्मान, सुरक्षा एवं शिक्षा जो वर्षों से जो चर्चा का विषय रहा हैं। इस विषय पर ब्रह्मा कुमारीज़ के साकार संस्थापक प्रजा पिता ब्रह्मा बाबा (लेखराजकृपलानी जी) द्वारा उनको सशक्त बनाने और विश्वकल्याण के कार्य में अमूल्य योगदान देने के लिए परमात्म प्रेरित करना अति सराहनीय कार्य हैं। इस फिल्म की कहानी संस्था के आदि लेखक जगदीश चन्द्र के लेखनी से लिखी किताब “एक अदभुत जीवन कहानी” से ली गई हैं। ब्रह्माकुमारीज़ एक आध्यात्मिक संगठन है जो 137 देशों में सफलतापूर्वक आध्यात्मिकता के संदेश को प्रसारित कर आम जन के जीवन को सुख शांतिमय बनाने का कार्य करती है।

फिल्म के क्रिएटिव प्रोड्यूसर सुजीत सरकार ने इस फिल्म के प्रीमियम समारोह मे अपना सन्देश देते हुए और कहा था कि मैंने माउंट आबू में ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय का दौरा किया है। मैं यह सब देख कर आश्चर्य चकित रह गया कि संस्थान के सर्वोच्च प्रशासनिक पदों में महिलायें ही आसीन हैं और उन्होंने हमेशा पुरुषों के साथ साझेदारी में निर्णय लिए हैं। उनका यह सम्मान, समानता एवं विनम्रता आधारित नेतृत्व समूचे विश्व के लिए आदर्श मॉडल हैं। सुजीत सरकार ने इस फिल्म के प्रीमियम समारोह मे कहा था कि उन्होंने बहुत सारी फिल्में बनाईं, लेकिन इस फिल्म ने मुझे भावविभोर कर दिया कि कैसे यह संगठन वास्तव में महिला सशक्तिकरण के लिए कई काम करता है, जबकि दुनिया में, हम सभी केवल बात कर रहे हैं। ये एनीमेशन मूवी वाकई देखने लायक है। फिल्म के क्रिएटिव डायरेक्टर सुजीत सरकार को उनके फिल्मों के लिए 5 नेशनल फिल्म अॅवार्ड प्राप्त हुए हैं।

भोपाल महापौर मालती राय ने कहा कि “द लाइट” फिल्म समाज कल्याण एवं नारी उत्थान के अच्छे उद्देश्य को लेकर बनाई गई है। इस प्रकार की फिल्में जनता को देखनी चाहिए, ताकि वे कुछ आध्यात्मिक संदेश लेजा सकें। ब्रह्माकुमारीज भोपाल ज़ोन की निदेशिका बीके अवधेश दीदी ने फिल्म के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हम सबके लिए अति सौभाग्य का दिन है। जबकि फिल्म के माध्यम से दिखाया गया कि ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थापना कितनी पावरफुल रही उसको हम सबने शुरू से देखा।

भगवान ने अपना दिव्य आलौकिक कार्य करने के लिए पिताश्री ब्रह्मा बाबा को चुना और उनके द्वारा इतना बड़ा कार्य कराया जो सारे विश्व के अंदर आज आध्यात्मिकता का जबरदस्त प्रचार प्रसार हो रहा है यह इतने बड़े निश्चय की बात, इतने बड़े त्याग की बात, इतनी बड़ी तपस्या की बात है। आज हमारे अंदर परिस्थितियों को सहन करने की ताकत होनी चाहिए। जैसा कि इस फिल्म मे दिखाया कि आज ब्रह्माकुमारीज में बड़ी बड़ी दादिया हैं, वो स्थापना के समय छोटी-छोटी बच्चियाँ थीं। उनमें कितना अदम्य साहस, निश्चय, कुर्बानी की भावना थी। सारे विश्व को ब्रह्माकुमारीज की स्थापना की त्याग तपस्या एवं नारी सशक्तिकरण के कार्य से अवगत कराना चाहिए। आज सबको मालूम हो रहा है कि नारी शक्ति की मिसाल ब्रह्माकुमारीज है।

ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बीके डॉ रीना दीदी ने कहा कि दादा लेखराज के जीवन को “The Light” फिल्म के जरिये देखने से यह पता चलता हैं की आध्यात्मिकता का मार्ग प्रारंभ में कठिन लग सकता है, परंतु उसके उद्देश्यों के सामने ये कठिनाइयां भी आसानी से पार हो जाते हैं। यह फिल्म दर्शकों को राजयोगी बनने के लिए प्रेरित करेगी। मैं दृढ़ता से कहता हूं कि आज के युग में एक ओर जहां हर जगह अराजकता और गड़बड़ी व्याप्त है। ऐसे में “The Light” फिल्म देखना किसी सुखद अनुभव से कम नहीं होगा। मैं इस फिल्म को देख कर बहुत इमोशनल हो गई कि किस तरह बाबा और दादियों ने कितना कुछ सहन किया था। वो दृश्य सामने देख उनकी हिम्मत, त्याग, उमंग तथा उनकी तपस्या की याद दिला दिया। आज तक यज्ञ के इतिहास को हमने पढ़ा और सुना है। लेकिन पहली बार यज्ञ के इतिहास को इस फिल्म के माध्यम से देखने को मिला। यह फिल्म नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक अच्छा प्रयास है।

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भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि बहुत ही सुंदर फिल्म बनी है। सुजीत सरकार एक जाने माने फिल्म डायरेक्टर हैं पर जिस भावना के साथ यह फिल्म बनाई है उसको देखकर व्यक्ति रोमांचित हो जाता है और आज जब हम संस्था की यात्रा को देखते हैं, उसके उत्कर्ष को देखते हैं, तो हम ये कह सकते हैं कि यह वास्तविक दैवीय कार्य है, ईश्वरीय कार्य है। साधारण व्यक्ति इसे नहीं कर सकता। जरूर इसके पीछे ईश्वर का गहरा आशीर्वाद है, बहुत गहरी इसकी संकल्पना है जो यह कार्य बहनों के माध्यम से करवा रहे हैं। विश्व के बहुत बड़े मूवमेंट को लेकर चलने वाली संस्था के नाते हम सब जानते हैं। यह फिल्म मुझे बहुत अच्छी लगी। यह फिल्म जितने लोगों तक पहुंच सके अच्छा होगा। उससे बहुत सकारात्मक संदेश जाएगा। संस्था किस प्रकार आगे बढ़ी है, उसकी नीव कितनी मजबूत है, किस तरह दूसरे स्थान से आकर के यात्रा प्रारंभ की, वह बहुत ही सराहनीय है। मैं इस फिल्म की सफलता की कामना करता हूँ।

संस्थान के इस फिल्म के लिए गौरव की बात यह है कि पिछले वर्ष नवम्बर महीने में गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल जो कि भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयेाजित किया जाता है उसमें इस फिल्म की स्क्रीनिंग हूई थी तथा दर्शकों से काफी प्रशंसा मिली थी।

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