Kavita: विश्व गुरु य़ह भारत वर्ष

बाहों में बल, पैरों में गति, संकल्प अटूट हृदय में हो। धैर्य विवेक लगन के स्वामी, अपनत्व भाव अन्तर में हो।। दुष्ट दलन सामर्थ्य तुम्हारी, दृष्टि से पराभूत भयकारी। हित…

Poem: द केरल स्टोरी

केरला स्टोरी देखिए करिए दृढ़ संकल्प संस्कार दृढ़ नेम हों न छूटे कोई विकल्प शिक्षा ऊंची चाहिए आंख खोल कर देख मर्यादा टूटे न कभी खींचो लक्ष्मण रेख हो विकास…

Poem: सोचो! और विचार करो

बृजेंद्र क्या योगदान तुम्हारा है। सर्वोच्च ज्ञान सम्पदा पूर्ण फिर भारत क्यों हारा है।। भारत कटता छटता रहा हम रहे सिकुड़ कर मौन। इसका अपराधी कौन है सोचो! है उत्तरदायी…

Poem: वर्षा जल खुद राह बनाए

वर्षा जल खुद राह बनाए, जाने को तालाब में। बाधा कोई आ न जाए, इस मिलन की राह में। इतनी चिंता हमको करनी, अबकी वर्षाकाल में। भर जाएं जब ताल…

Poem: इस होली के संग

होली आई प्रेम के। लिए अनेक रंग।। करना है क्या जानिए। इस होली के संग।। भेदभाव सब छोड़िए। मलिए रंग गुलाल।। सत्य सनातन के लिए। आया पुनः सुकाल।। ऊंच नीच…

नव वर्ष 2022 मंगलमय हो

नये वर्ष की बेला आयी। उर में नई चेतना लायी। कैसा लगता सुखद प्रभात। खुशियों की होती बरसात। वर्मा हुआ तिमिर का नाश। सबके अधरों पर उल्लास। नया वर्ष हर…

ईश्वर से प्रार्थना

ईसा सतगुरु खुदा बुद्ध अब, सुन लो हे भगवान। मांग रहा हूं दे दो सबको, पहले सी मुस्कान।। रोये-रोये सभी यहां हैं, नहीं कहीं उल्लास। सांसे होती बंद देख कर,…

कभी नहीं वो हारी है…

जिंदगी के हर मुकाम में है वो जीती। कभी नहीं वो हारी है।। कभी दुर्गा, लक्ष्मी कभी वो मां काली। अनेक रूप है उसके वो एक नारी है।। कभी लक्ष्मी…