Poonch Attack: आतंकियों ने एक बार फिर भारत की सुरक्षा को चुनौती देते हुए कायाराना हरकत की है। शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकवादियों (Poonch Terror Attack) ने भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया। आतंकियों के इस हमले में वायुसेना का एक सैनिक शहीद हो गया, जबकि चार अन्य जवान घायल हो गए। पूंछ में हुए इस हमले में आतंकी संगठन ‘पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट’ (People Anti-Fascist Front) का नाम सामने आ रहा है। यह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है। PAFF भारत में आतंकी हमले करने की फिराक में लगा रहता है। पिछले वर्ष भी उसने भारत में इसी तरह के हमले को अंजाम दिया था।

चुनाव से पहले आतकी हमला

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी लोकसभा क्षेत्र में मतदान होने हैं। ऐसे में आतंकियों के इस हमले से लोग खौफ में आ गए हैं। वहीं हमले के बाद सुरक्षा बलों ने कड़ी चौकसी बरतनी शुरू कर दी है। पुंछ के जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना के जवानों ने रविवार सुबह से ही यहां के जंगलों में में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सुरक्षा बल क्षेत्र में नाकेबंदी कर चेकिंग कर रही है। इसके लिए भारतीय सेना के अतिरिक्त बल शनिवार देर रात पुंछ में जर्रा वाली गली (JWG) पहुंच गए थे, जो सर्च ऑपरेशन में मदद कर रहे हैं।

4 मई को भारतीय वायुसेना के काफिले पर आतंकियों के कायराना हमले में पांच सैनिकों को गोली लगी है। इसमें एक जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई है। हमले के बाद वायुसेना की तरफ से बताया कि काफिले को सुरक्षित कर लिया गया है। आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वायुसैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई की ही। पुंछ में हुए इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद पीएएफएफ एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। पीएएफएफ ने 2.5 मिनट का वीडियो जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

इसे भी पढ़ें: आजादी के नायक राजा राव रामबक्स की कहानी

एक टीवी रिपोर्ट के मुताबिक, पीएएफएफ आतंकी मसूद अजहर के नेतृत्व वाले जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ संगठन है। घाटी में यह अक्सर ही आतंकी हमलों को अंजाम देता रहा है। जम्मू-कश्मीर से अगस्त, 2019 में आर्टिकल 370 हटने के बाद ये आतंकी संगठन चर्चा में आया। हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों और नागरिकों पर हुए अधिकांश आतंकी हमलों पीएएफएफ का ही नाम आया है।

इसे भी पढ़ें: चुनाव हार कर भी मालामाल हुए धर्मेंद्र, 15 वर्षों में 33 गुना बढ़ी संपत्ति

Spread the news