Astrology: सपनों में क्यों आते हैं कुलदेवता-कुलदेवी, जानें शुभ होता है या अशुभ

Astrology: सपने में कुलदेवता-कुलदेवी को देखना शुभ या अशुभ दोनों सपने हो सकते हैं। अगर आपको अपने कुलदेवता या कुलदेवी से अच्छे संकेत मिलते हैं, तब यह आपके के लिए…

Pauranik Katha: भक्त से निंदा सुन मुस्कुराए भोलेनाथ

Pauranik Katha: एक बार कैलाश पर्वत पर भगवान शिव और माँ पार्वती बैठे हुए थे। शिव जी ध्यान लगा कर बैठे थे। तभी पार्वती जी ने देखा कि वे मन्द-मन्द…

Pauranik Katha: शिव-पार्वती के पुत्र अंधक की कथा

Pauranik Katha: वामन पुराण के अनुसार एक बार भगवान शिव और माता पार्वती घूमते हुए काशी पहुंच गए। वहां पर भगवान शिव अपना मुंह पूर्व दिशा की ओर करके बैठे…

Dharma News: सभी कष्टों का एक समाधान है तुला दान, जानें कौन से है सोलह महादान

Dharma News: हिन्दू संस्कृति में दान और त्याग मुख्य हैं जबकि आसुरी संस्कृति में भोग और संचय की प्रधानता रहती है। पुराणों व स्मृतियों में सोलह महादान बताए गए हैं।…

मुरैना में है 64 योगिनी मंदिर, यहां कभी होता था तांत्रिक विश्वविद्यालय!

Chausath Yogini Mandir: चौंसठ योगिनी मंदिर (Chausath Yogini Mandir) मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में स्थित है। कहा जाता है कि कभी यह तांत्रिक विश्वविद्यालय हुआ करता था। वैसे तो…

Dev Diwali 2023: 12 लाख दीपों से रोशन होंगे काशी के घाट

Dev Diwali 2023: काशी के अर्धचंद्राकार घाटों पर जब दीपों की माला पहने हुए मां गंगा का श्रृंगार होता है तो अद्भुत छठा होती है। ऐसा लगता है कि आसमां…

Pauranik Katha: गणेश जी का असली मस्तक कटने के बाद कहां गया

Pauranik Katha: भगवान श्री गणेश गजमुख, गजानन के नाम से जाने जाते हैं, क्योंकि उनका मुख गज यानी हाथी का है। भगवान गणेश का यह स्वरूप विलक्षण और बड़ा ही…

Chhath Puja 2023: सृष्टि और प्रकृति के आभार का लोकमहापर्व

Chhath Puja 2023: छठ पूजा सूर्य, उषा, प्रकृति, जल, वायु और उनकी बहन छठी म‌इया को समर्पित है, ताकि उन्हें पृथ्वी पर जीवन की स्थापना करने के लिए धन्यवाद और…

Bhai Dooj 2023: कब है भाई दूज, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा समय

Bhai Dooj 2023: दीपावली पर्व पांच दिनों का त्योहार है। हिंदू धर्म के मुताबिक ये पांच दिन काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। दीपावली के बाद गोबर्धन पूजा के बाद भाई…

Diwali 2023: कैसे करें लक्ष्मी-गणेश की पूजा

Diwali 2023: दीपावली की कार्तिक अमावस्या की रात होने से तंत्रोक्त सिद्धिया प्राप्त करने का और अपनी राशी के लिए शुभयंत्र को सिद्ध करने का, गणपति, लक्ष्मी, पद्मावती, इंद्र, काली…