काल कवलित होती कहावतें और बदलता समाज

आधुनिकता के रंग में रंगते लोगों ने हमारे समाज से बहुत कुछ छीन लिया है। समानता के अधिकार की आड़ में छोटे—बड़े के लिहाज और सम्मान कब गायब हो गया…

‘प्रकृति नाप रही है साहस, संयम और जीवटता’

प्रकृति, जीवन में आज तक हमारी अमीरी, गरीबी, आचरण, व्यवहार, तर्क, बुद्धिमत्ता और जीवनस्तर आदि की परीक्षा लेती रही है किन्तु अब वह पूरजोर ढंग से हमारी जीवटता को, हमारे…

दत्तात्रेय होसबाले के सामने नई जिम्मेदारी के साथ हैं कई चुनौतियां

संघ के सरकार्यवाह के रूप में 12 साल का कार्यकाल पूरा कर जब भैयाजी जोशी विदा हो रहे हैं, तब उनके पास एक सुनहरा अतीत है, सुंदर यादें हैं और…

परंपरा को बनाए रखते हुए ‘नए भारत’ की चुनौतियों से कैसे जूझेंगे नए सरकार्यवाह

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जो लोग जानते हैं, उन्हें पता है कि यहां किसी ‘व्यक्ति’ की जगह ‘विचार’ की महत्ता है। यह एक विचार केंद्रित संगठन है, जहां व्यक्ति निष्ठा…

बदलती मीडिया, उठते सवाल

मौजूदा समय में मीडिया का दायरा काफी व्यापक हुआ है लेकिन इस बीच खबरों की विश्वसनीयता काफी घटी है। बिना विश्वसनीयता के बेहतरी की उम्मीद करना बेमानी होगी। मीडिया शुरू…

भाषा ही नहीं हमारी पहचान-हमारा स्वाभिमान है हिंदी

सरल, सहज, मिसरी सी ये, शब्दों से अमृत बरस, ये अपनत्व जताती है, स्वराष्ट्र प्रेम दर्शाती है, “हिंदी” अभिमान बढ़ाती है” मीठी, सरल व सहज “हिंदी”, भारतीय जनमानस की भाषा…

किसान आन्दोलन- नीति या राजनीति

मैं हूँ एक किसान, बंजर, रेतीली धरती से भी सोना उपजाऊँ, ऐसी मेरी फ़ितरत, यही हमारी पहचान। मैं हूँ एक किसान।। बचपन से पढ़ा, सुना कि भारत एक कृषि प्रधान…

जयंती पर विशेषः युवा शक्ति के प्रेरक और आदर्श स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद भारतीय आध्यात्मिकता और भारतीय जीवन दर्शन को विश्वपटल पर स्थापित करने वाले नायक हैं। भारत की संस्कृति, भारतीय जीवन मूल्यों और उसके दर्शन को उन्होंने ‘विश्व बंधुत्व और…

नए साल में कैलेंडर की तरह जिंदगी भी बदल जाए तो बेहतर

यह साल जा रहा है, बहुत सी कड़वी यादें देकर। कोरोना और उससे उपजे संकटों से बने बिंब और प्रतिबिंब आज भी आंखों में तैर रहे हैं और डरा रहे…

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