एक पत्रकार त्रिलोक दीप जैसा

ये ऊपर वाले की रहमत ही थी कि त्रिलोक दीप सर का मेरी जिंदगी में आना हुआ। दिल्ली न आता तो शायद इस बहुत खास आदमी से मेरी मुलाकातें न…

सकारात्मक पत्रकारिता, सकारात्मक भारत

भारत एक अनोखा राष्ट्र है, जिसका निर्माण विविध भाषा, संस्कृति, धर्म, अहिंसा और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित स्वतंत्रता संग्राम तथा सांस्कृतिक विकास के समृद्ध इतिहास द्वारा एकता के सूत्र…

जनमोर्चा के संपादक शीतला सिंह नहीं रहे

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने जनमोर्चा (अयोध्या) के संपादक शीलता सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे…

पत्रकारिता के मूल्यों के लिए अडिग थे मलकानी: स्वपन दासगुप्ता

नई दिल्ली: पत्रकारिता के विद्यार्थियों को बिना किसी दबाव में पत्रकारिता करने की सीख लेनी चाहिए और लोकतंत्र को मजूबत करने में अपना योगदान देना चाहिए। विद्यार्थी मलकानी के जीवन…

भारतीय बस्ती की स्थापना दिवस पर विभूतियां हुईं सम्मानित

बस्ती: पत्रकारिता को जन विश्वास जीतना होगा, न डरिये, न डराइये, नवीनतम तकनीकों ने पत्रकारिता के कार्य को जहां सहज बनाया है वहीं त्वरित समाचारों की आपाधापी से विश्वास का…

पत्रकारिता से साहित्य में चली आई ‘न हन्यते’

आचार्य संजय द्विवेदी की नई किताब ‘न हन्यते’ को खोलने से पहले मन पर एक छाप थी कि पत्रकारिता के आचार्य की पुस्तक है और दिवंगत प्रख्यातों के नाम लिखे…

सामाजिक मुद्दों पर सार्थक हस्तक्षेप करती है कृपाशंकर चौबे की पत्रकारिता: प्रो. द्विवेदी

कोलकाता: देश के वरिष्ठ पत्रकार एवं मीडिया प्राध्यापक प्रो. कृपाशंकर चौबे पर केंद्रित पुस्तक ‘कृपाशंकर चौबे एक शिनाख्त’ पुस्तक का लोकार्पण करते हुए भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो.…

मीडिया दस्तक के स्थापना दिवस पर वेब मीडिया पर मंथन

बस्ती: वेब मीडिया ने पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ा दी है। अब निष्क्रिय या अपने दायित्व के लापरवाह रहने वाले पत्रकार या मीडिया संस्थान आमजन की उम्मीदों…

बीएनटी लाइव के छठवें स्थापना दिवस पर संगोष्ठी में विमर्श, सम्मानित हुईं विभूतियां

बस्ती: पत्रकार समाज का आइना है, समाज की भी जिम्मेदारी है कि पत्रकारिता की मजबूती के लिये योगदान दें, जिससे पत्रकारिता की धार और धारा सबल हो। पत्रकार ही हमें…

हिंदी पखवाड़े का शुभारंभ पर बोले प्रो. शुक्ल, ‘मीडियम’ बदला है, ‘मीडिया’ नहीं

नई दिल्ली:”कोरोना काल के दौरान भाषाई पत्रकारिता में एक नई सभ्यता का जन्म हुआ है। इस दौर में डिजिटल मीडिया क्षेत्रीय अखबारों का सबसे बड़ा सहयोगी बनकर सामने आया है।…

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