Book Review: शिवाजी के किलों की कहानी बताती है ‘हिन्दवी स्वराज्य दर्शन’
Book Review: लेखक लोकेन्द्र सिंह बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। कवि, कहानीकार, स्तम्भलेखक होने के साथ ही यात्रा लेखन में भी उनका दखल है। घुमक्कड़ी उनका स्वभाव है। वे जहाँ…
Book Review: लेखक लोकेन्द्र सिंह बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। कवि, कहानीकार, स्तम्भलेखक होने के साथ ही यात्रा लेखन में भी उनका दखल है। घुमक्कड़ी उनका स्वभाव है। वे जहाँ…
– बीएल आच्छा कहते हैं कि आलोचकों की मूर्तियां नहीं बनती। पर दौलतपुर (रायबरेली) के आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी तो अपवाद हैं ही। और साहित्य में लोकहृदय के प्रतिष्ठापक आचार्य…
भारत स्वाधीनता के 75 बसंत पार कर चुका है, जिसमें उसने ग्रीष्म की तपिश के साथ शीत के पाले को भी झेला है। अभी भारत आंतरिक चुनौतियों के साथ-साथ चीन…
संजय द्विवेदी महज एक नाम है। वह नाम नहीं, जिसके आगे प्रोफेसर या डॉक्टर लगा हो। वह नाम नहीं, जिसके बाद महानिदेशक या कुलपति लगा हो। यह नाम है ऐसे…
Book Review: सक्रिय पत्रकारिता की लंबी पारी खेलने के बाद अब मीडिया-गुरु के रूप में सुपरिचित प्रो. संजय द्विवेदी समकालीन विषयों पर निरंतर लिखते रहे हैं। इनका राष्ट्रवादी टोन आकर्षित…
Book Review: भारतीय संस्कृति में कहा जाता है, ‘नयति इति नायक:’, अर्थात् जो हमें आगे ले जाए, वही नायक है। आगे लेकर जाना ही नेतृत्व की वास्तtविक परिभाषा है। भारत…
नारी कोमल हृदय की तिल तिल कठोर वेदना। घर गृहस्थी को हर अमावस पूर्णमासी तौलना। कुछ जोड़ने कुछ पकड़ने चाह। सफल गृहस्थी के सुखी उपाय। अनूप ओझा ये पंक्तियां कवियत्री…
Book Review: ब्रिटिशकालीन भारत में राष्ट्रवाद और खासतौर पर हिंदुत्व का पुनर्जागरण कोई सामान्य घटना नहीं हो सकती। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में…
Book review: यह कितना सुखद होगा जब श्रुति, स्मृति, उपनिषद और पुराणों में प्रयुक्त संस्कृत शब्दों की सरल हिंदी व्याख्या सामने आ जाय। यह निश्चय ही संस्कृत भाषा से भी…
संत समीर आजकल आमतौर पर जिस तरह के साक्षात्कार हमें पढ़ने को मिलते हैं, यदि उनके भीतर की परतों को पहचानने की कोशिश करें तो कम ही साक्षात्कार मिलेंगे जो…