Kahani: बदलाव

Kahani: एक लड़का सुबह-सुबह तालाब के किनारे दौड़ने को जाया करता था। आते-जाते वो एक बूढ़ी महिला को देखता था। वो बूढ़ी महिला हर रोज तालाब के किनारे छोटे-छोटे कछुवों…

Poem: सोचो! और विचार करो

बृजेंद्र क्या योगदान तुम्हारा है। सर्वोच्च ज्ञान सम्पदा पूर्ण फिर भारत क्यों हारा है।। भारत कटता छटता रहा हम रहे सिकुड़ कर मौन। इसका अपराधी कौन है सोचो! है उत्तरदायी…

Kahani: सोया भाग्य

Kahani: एक व्यक्ति जीवन से हर प्रकार से निराश था। लोग उसे मनहूस के नाम से बुलाते थे। एक ज्ञानी पंडित ने उसे बताया कि तेरा भाग्य फलां पर्वत पर…

Kahani: जगत की रीति

Kahani: एक बार एक गाँव में पंचायत लगी थी। वहीं थोड़ी दूरी पर एक सन्त ने अपना बसेरा किया हुआ था। जब पंचायत किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकी, तो…

Kahani: निंदा का परिणाम

Kahani: एक राजा जरूरतमन्दों को अपने महल के आँगन में भोजन करा रहा था। राजा का रसोइया खुले आँगन में भोजन पका रहा था। उसी समय एक चील अपने पंजे…

नारी मन को छूने का प्रयास है ‘सिंदूरी पात तुलसी के’, सुप्रिया मिश्रा की रचनाओं का गुलदस्ता

नारी कोमल हृदय की तिल तिल कठोर वेदना। घर गृहस्थी को हर अमावस पूर्णमासी तौलना। कुछ जोड़ने कुछ पकड़ने चाह। सफल गृहस्थी के सुखी उपाय। अनूप ओझा ये पंक्तियां कवियत्री…

Poetry: संघर्षों में भी जो प्रसन्न

स्वप्न संजोए आंखों में, संकल्प लिए आगे बढ़ता। संघर्षों में भी जो प्रसन्न, नित नई सीढ़ियां चढ़ता।। धैर्यवान प्रेरणा पुंज। जीवन अनुपम वरदान। कथा सदा ही याद रहे, संकल्प जिनका…

लक्ष्मणपुरी पुनीत मनभावन

लक्ष्मणपुरी पुनीत मनभावन, सुखद सुलक्ष्ण परम सुहावन। है कर्म साधना की शुभ घड़ी, पुनि द्वार तुम्हारे आकर खड़ी।। उठि लक्ष्य का भेदन करिए, रीते घट मिलिके सब भरिये। भारतीय गौरव…