Kahani: सेठ धनीराम

Kahani: एक गांव में एक बहुत बड़ा धनवान व्यक्ति रहता था। लोग उसे सेठ धनीराम कहते थे। उस सेठ के पास प्रचुर मात्रा में धन संपत्ति थी, जिसके कारण उसके…

Kahani: क्योंकि हमारा घर एक है

Kahani: हम दो भाई एक ही मकान में रहते हैं, मैं पहली मंजिल पर और भैया निचली मंजिल पर। पता नहीं हम दोनों भाई कब एक-दूसरे से दूर होते गए,…

Kahani: दो दोस्त

Kahani: एक बार दो दोस्त एक बड़ा रेगिस्तान पार कर रहे थे। रास्ते में चलते-चलते उनका किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया और एक दोस्त ने गुस्से में आकर…

Kahani: मौन

त्रिलोक सिंह ठकुरेला Kahani: रघुराज सिंह बहुत खुश थे। उनके लड़के से अपनी लड़की का रिश्ता करने की इच्छा से अजमेर से एक संपन्न एवं सुसंस्कृत परिवार आया था। रघुराज…

Kahani: सहायता ही धर्म है

Kahani: एक बार कुछ विदेशी यात्री भारत भ्रमण के लिए आए। उन्होंने भारत के अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण किया। भ्रमण करते-करते एक दिन वे एक महात्मा के…

Kahani: चिंता चिता के समान

Kahani: एक पुरानी कहानी है पंचतंत्र में। एक गांव में एक युवक था। उसका कुल काम इतना था, डट कर दूध पीना, दंड-बैठक मारना और हनुमानजी के मंदिर में पड़े…

Kahani: भगवान कभी भक्त का साथ नहीं छोड़ता

Kahani: एक भक्त था, वह परमात्मा को बहुत मानता था, बड़े प्रेम और भाव से उनकी सेवा किया करता था। एक दिन भगवान से कहने लगा, मैं आपकी इतनी भक्ति…

Hindi Kahani: सम्यक दृष्टि का परिणाम

Hindi Kahani: एक राजा था, बहुत प्रभावशाली, बुद्धि और वैभव से संपन्न। आस-पास के राजा भी समय-समय पर उससे परामर्श लिया करते थे। एक दिन राजा अपनी शैया पर लेटे-लेटे…

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