Kahani: माँ के प्रेम की पराकाष्ठा

Kahani: गाँव के सरकारी स्कूल में संस्कृत की क्लास चल रही थी। गुरूजी दिवाली की छुट्टियों का कार्य बता रहे थे। तभी शायद किसी शरारती विद्यार्थी के पटाखे से स्कूल…

Kahani: हनुमानजी और कुम्भकर्ण युद्ध

Kahani: लंका में युद्ध अपने अंतिम पड़ाव पर था। श्रीराम की सेना आगे बढ़ती ही जा रही थी और रावण के अनेकानेक महारथी रण में वीरगति को प्राप्त हो चुके…

Kahani: क्या हम पूर्ण सुखी हैं?

Kahani: पुराने समय में एक राजा था। राजा के पास सभी सुख-सुविधाएं और असंख्य सेवक-सेविकाएं हर समय उनकी सेवा उपलब्ध रहते थे। उन्हें किसी चीज की कमी नहीं थी। फिर…

Kahani: बदलाव

Kahani: एक लड़का सुबह-सुबह तालाब के किनारे दौड़ने को जाया करता था। आते-जाते वो एक बूढ़ी महिला को देखता था। वो बूढ़ी महिला हर रोज तालाब के किनारे छोटे-छोटे कछुवों…