भारत की संत परपम्परा के आधुनिक उन्नायक स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती

वह संन्यासी हैं। संवेदनशील हैं। संघर्षशील हैं। सनातन क्रांतिवीर हैं। ऊर्जावान हैं। राष्ट्रवन्दना के अप्रतिम गायक हैं। भगवान आद्यशंकराचार्य की ज्योतिर्पीठ पर विराजमान शंकराचार्य भगवान स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के शिष्य…

इजरायल की तरह समर्थ व सतर्क बने सनातन हिन्दू समाज: महामण्डलेश्वर स्वामी विशोकानन्द

Sanskriti Sansad: सनातन हिन्दू (Sanatan Hindu) को वर्तमान समय में समर्थ और सतर्क बनने की आवश्यकता है। समर्थ और सतर्क होने के कारण 90 लाख इजराइली, दुनिया में अपनी पहचान…

काशी में संकृति विमर्श, संतों और विद्वानों ने लिया सनातन राष्ट्र के लिए संकल्प

वाराणसी: अखिल भारतीय संत समिति और गंगा महासभा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संस्कृति विमर्श कार्यक्रम में पुस्तक काशी: ज्ञानदायिनी, अन्न दायिनी एवं मोक्ष दायिनी का लोकार्पण सम्पन्न हुआ। इस…

काशी के संस्कृति संसद 2021 का उद्घोष, कैलाश से कन्याकुमारी तक का भारत हमारा

नवीन कुमार पांडेय अब केवल कश्मीर से नहीं, पवित्र कैलाश से कन्या कुमारी तक का भूभाग भारत है। इस भूभाग में सनातन तीर्थों तक आवागमन में कोई बाधा नहीं स्वीकार्य…

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