Pauranik Katha: जानें श्राप और वरदान का रहस्य

Pauranik Katha: हम पौराणिक कथाओं में प्रायः यह पढ़ते-सुनते आये हैं कि अमुक ऋषि ने अमुक साधक को वरदान दिया या अमुक असुर को श्राप दिया। जन साधारण को या…

Kahani: गुरु की बातों को न भूलें

Kahani: नारायण दास एक कुशल मूर्तिकार थे। उनकी बनाई मूर्तियां दूर-दूर तक मशहूर थीं। नारायण दास को बस एक ही दुख था कि उनकी कोई संतान नहीं थी। उन्हें हमेशा…

Kahani: चिंता चिता के समान

Kahani: एक पुरानी कहानी है पंचतंत्र में। एक गांव में एक युवक था। उसका कुल काम इतना था, डट कर दूध पीना, दंड-बैठक मारना और हनुमानजी के मंदिर में पड़े…

Kahani: भगवान कभी भक्त का साथ नहीं छोड़ता

Kahani: एक भक्त था, वह परमात्मा को बहुत मानता था, बड़े प्रेम और भाव से उनकी सेवा किया करता था। एक दिन भगवान से कहने लगा, मैं आपकी इतनी भक्ति…

Kahani: पेड़ का इनकार

Kahani: एक बड़ी सी नदी के किनारे कुछ पेड़ थे, जिसकी टहनियां नदी के धारा के ऊपर तक भी फैली हुई थीं। एक दिन एक चिड़ियों का परिवार अपने लिए…

Kahani: मौन की महत्ता

Kahani: एक मछलीमार कांटा डाले तालाब के किनारे बैठा था। काफी समय बाद भी कोई मछली कांटे में नहीं फँसी, न ही कोई हलचल हुई तो वह सोचने लगा, कहीं…

Kahani: स्वभाव बदलने की जड़ी-बूटी

Kahani: बहुत समय पहले की बात है, एक वृद्ध संन्यासी हिमालय की पहाड़ियों में कहीं रहता था। वह बड़ा ज्ञानी था और उसकी बुद्धिमत्ता की ख्याति दूर-दूर तक फैली थी।…

Dharma News: ऋषि, मुनि, महर्षि, साधु और संत में यह होता है अंतर

Dharma News: भारत में प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों का विशेष महत्व रहा है। आज से सैकड़ों साल पहले ‘ऋषि’, ‘मुनि’, ‘महर्षि’ और ‘ब्रह्मर्षि’ समाज के पथ प्रदर्शक माने जाते…

Kahani: मन चंगा तो कठौती में गंगा

Kahani: एक बार की बात है, एक परिवार में पति-पत्नी एवं बहू बेटा यानी चार प्राणी रहते थे। समय आराम से बीत रहा था। चंद वर्षों बाद सास ने गंगा…

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