भारतबोध के वैश्विक प्रवक्ता थे वैदिक: प्रो. द्विवेदी

इन्दौर: भारतीय भाषाओं के लिए समर्पित योद्धा, 13 साल की आयु में हिंदी सत्याग्रही के नाते 1957 में पटियाला जेल में रहे, भारत को भारतीय दृष्टि से देखने वाले, वैश्विक…

पांच रचनाकारों को 24 दिसंबर को डॉ. तिवारी स्मृति सम्मान

इंदौर: वरिष्ठ शिक्षक और लेखक डॉ. एसएन तिवारी स्मृति सम्मान इस वर्ष पांच रचनाकारों को दिया जाएगा। रविवार 24 दिसंबर को इंदौर प्रेस क्लब के राजेंद्र माथुर सभागृह में दोपहर…

स्मृतियों को संजोने से होगी विचारों की घर वापसी: प्रो. संजय द्विवेदी

इंदौर: भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी का कहना है कि अपनी गौरवशाली परंपरा से भटककर हम एक अलग मार्ग पर चल पड़े, जिसके कारण…

लोकहृदय के प्रतिष्ठापक आचार्य रामचन्द्र शुक्ल

– बीएल आच्छा कहते हैं कि आलोचकों की मूर्तियां नहीं बनती। पर दौलतपुर (रायबरेली) के आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी तो अपवाद हैं ही। और साहित्य में लोकहृदय के प्रतिष्ठापक आचार्य…

इंदौर ने दिए भारतीय पत्रकारिता को चमकते सितारे

इंदौर: इंदौर के पत्रकारों ने युग प्रवर्तन किया है। भाषा, भाव और संदेश का जितना सुंदर समन्वय इंदौर की पत्रकारिता करती है उतना कहीं और नहीं हो सकता। यह शहर…

लोकजागरण का दस्तावेज है ‘भारतबोध का नया समय’

नई दिल्ली: देश के प्रख्यात पत्रकार एवं भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी की नई किताब ‘भारतबोध का नया समय’ पर शनिवार को ऑनलाइन परिचर्चा…

समकालीन भारत को समझने की कुंजी

प्रो. कृपाशंकर चौबे जनसंचार के गंभीर अध्येता प्रो. संजय द्विवेदी की नई पुस्तक ‘भारतबोध का नया समय’ का पहला ही निबंध इसी शीर्षक से है। भारतबोध की समझ को स्पष्ट…

नए युगबोध का दस्तावेज

प्रोफेसर संजय द्विवेदी भारतीय पत्रकारिता के प्रतिष्ठित आचार्य हैं। उनकी नई पुस्तक ‘भारतबोध का नया समय’ के पहले आलेख में (जो कि पुस्तक का शीर्षक भी है) मीडिया आचार्य संजय…