2030 तक दुनिया का हर पांचवां व्यक्ति बोलेगा हिंदी: प्रो. द्विवेदी

कोलकाता/भोपाल: “पिछले कुछ वर्षों में हिंदी और भारतीय भाषाओं को बहुत बढ़ावा मिला है। लोगों में भाषा को लेकर हीनता का भाव खत्म हो रहा है। आज भारत सरकार के…

अमृतकाल में भारत का सांस्कृतिक पुनर्जागरण

सनातन संस्कृति का यह स्वर्णिम दौर चल रहा है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन संस्कृति के महत्त्वपूर्ण विचारों “वसुधैव कुटुम्बकम्” अर्थात् पूरा विश्व एक परिवार है तथा “सर्वे…

Book Review: सुराज संकल्प का ‘अमृतकाल’

Book Review: भारतीय संस्कृति में कहा जाता है, ‘नयति इति नायक:’, अर्थात् जो हमें आगे ले जाए, वही नायक है। आगे लेकर जाना ही नेतृत्व की वास्तtविक परिभाषा है। भारत…

राष्ट्र विकास, सामाजिक परिवर्तन में मीडिया की अहम भूमिका: प्रो. द्विवेदी

माऊंट आबू: प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभाग द्वारा 4 वर्ष के अंतराल पर ज्ञान सरोवर आबू पर्वत में आयोजित मीडिया सम्मेलन के उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए…

वर्ष 2047 में दुनिया के शिखर पर होगा भारत: दुर्गाशंकर मिश्रा

लखनऊ: हमारा देश जब 15 अगस्त, 2047 को आजादी के 100 वर्ष पूरे कर रहा होगा, तब भारत दुनिया के शिखर पर होगा। अमृतकाल का यह समय सोते हुए सपने…

‘अमृतकाल’: सपनों को सच करने की जिम्मेदारी

जब संकल्प के साथ साधना जुड़ जाती है, जब मानव मात्र के साथ हमारा ममभाव जुड़ जाता है, अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए ‘इदं न मम्’ यह भाव जागने लगता…