Poem: मैंने देखा है फिल्मों में

मैंने देखा है फिल्मों में वो लड़के जो बना करते हैं एक टूटी सी लड़की का सहारा कन्धा कहलाये जाते हैं। मारते हैं फटीक वो अपनी ही मोटरसाइकिलों पे बैठाकर…

Kahani: मौन

त्रिलोक सिंह ठकुरेला Kahani: रघुराज सिंह बहुत खुश थे। उनके लड़के से अपनी लड़की का रिश्ता करने की इच्छा से अजमेर से एक संपन्न एवं सुसंस्कृत परिवार आया था। रघुराज…

Sankashti Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी, जानें क्यों मनाते हैं सकट चौथ

Sankashti Chaturthi 2024: एक साहूकार और एक साहूकारनी थे। वह धर्म-पुण्य को नहीं मानते थे। इसके कारण उनके कोई बच्चा नहीं था। एक दिन साहूकारनी पड़ोसी के घर गयी। उस…

Poem: काली औरतें छुपा ले गयी

काली औरतें छुपा ले गयी संसार के सारे काले करतूत धोखा खाकर सोचती रही घण्टों बंद कमरों में अपने माशूक को अपने निबालों में खाती रही भर-भर कर कोयले के…

Dharm Gyan: विज्ञान नहीं जानता, वेद बताते हैं, तुलसी लिखते हैं, वायु के 49 स्वरूप

Dharm Gyan: श्री अयोध्या जी। आइए एक अलौकिक ज्ञान से परिचित हुआ जाय। यह कोई सामान्य जानकारी नहीं है। हमारा सनातन जिसे महाविज्ञान कहता है, यह उसका एक अंशमात्र है।…

Kahani: सहायता ही धर्म है

Kahani: एक बार कुछ विदेशी यात्री भारत भ्रमण के लिए आए। उन्होंने भारत के अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण किया। भ्रमण करते-करते एक दिन वे एक महात्मा के…

Poetry: पुनरोदय का समय आ गया

पुनरोदय का समय आ गया, आओ मिल कर दीप जलाएं। लेकर संकल्प सिद्धि कर पूरी, स्वाभिमान का भाव जगाएं।। जो कुछ छूटा वह सब पायें, जो हुए दूर उनको अपनाएं।…

Kahani: गुरु की बातों को न भूलें

Kahani: नारायण दास एक कुशल मूर्तिकार थे। उनकी बनाई मूर्तियां दूर-दूर तक मशहूर थीं। नारायण दास को बस एक ही दुख था कि उनकी कोई संतान नहीं थी। उन्हें हमेशा…

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