Kahani: अनोखी परीक्षा
Kahani: बेटा, थोड़ा खाना खाकर जा..! दो दिन से तुने कुछ खाया नहीं है।” लाचार माता के शब्द हैं, अपने बेटे को समझाने के लिये। “देख मम्मी, मैंने मेरी बारहवीं…
Kahani: बेटा, थोड़ा खाना खाकर जा..! दो दिन से तुने कुछ खाया नहीं है।” लाचार माता के शब्द हैं, अपने बेटे को समझाने के लिये। “देख मम्मी, मैंने मेरी बारहवीं…
Kahani: सर्दी के मौसम में एक बूढ़ी औरत अपने घर के कोने में ठंड से तड़प रही थी। जवानी में उसके पति का देहांत हो गया था। घर में एक…
Pauranik Katha: पं. श्रीशान्तनु बिहारी द्विवेदी (स्वामी श्री अखण्डानन्द सरस्वती) जब लौकिक कार्य वश घर से रवाना हो रहे थे, तो उनकी माता जी ने उन्हें तीन शिक्षाएं दीं। पहली-…