Book Review: अमृतकाल पर सजग संजय-दृष्टि

Book Review: सक्रिय पत्रकारिता की लंबी पारी खेलने के बाद अब मीडिया-गुरु के रूप में सुपरिचित प्रो. संजय द्विवेदी समकालीन विषयों पर निरंतर लिखते रहे हैं। इनका राष्ट्रवादी टोन आकर्षित…

सांस्कृतिक भारत का आधार है गीता प्रेस

गीता प्रेस शब्द जेहन में आते ही एक ऐसी तस्वीर उभर कर सामने आती है जो मानस को भारतीयता से भर देती है। भारत वर्ष की महान प्राचीन गौरवशाली परम्परा…

प्रसून जोशी कांग्रेसियों का टूल बना, आदिपुरुष मोदी के खिलाफ साजिश

आचार्य विष्णु हरि सरस्वती लोकसभा का चुनाव नजदीक है। ऐसे में नरेन्द्र मोदी के सामने विकट चुनौती है। पर कई लोग मोदी को हिन्दू विरोधी बताने की कारवाई में लगे…

शिवराज के राज में हिन्दू युवक को कुता बनाकर घुमाया

आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मध्य प्रदेश में एक ऐसी मुस्लिम हिंसा की घटना सामने आयी है, जिससे मानवता शर्मसार हो रही है और यह प्रमाणित करती है कि शिवराज सिंह…

Adipurush Movie Review: राम के नाम पर धोखा है फिल्म

Adipurush Movie Review: कहते हैं भोजन पकाने वाले के विचार भोजन में चुपचाप शामिल हो जाते हैं। इसी कारण घर में किसी प्रिय के हाथ से बना भोजन जहाँ हमें…

मनोज मुंतशिर ब्राम्हण है, इसलिए सनातन का अपमान करने दो…

आचार्य विष्णु हरि सरस्वती मैं फिल्मी दुनिया के अधिकांश चेहरों का गणित और मानसिकता बहुत अच्छी तरह से जानता हूं। मनोज मुंतशिर शुक्ला को भी बहुत अच्छी तरह से जानता…

दस दिन से बैठकें जारी, रफू-तुरपायी के बाद भी छेद ही छेद

आचार्य विष्णु हरि सरस्वती केन्द्रीय सत्ता परेशान है, हताश है, निराश है, उसे रास्ता मिल नहीं रहा है, चुनावी कार्य योजना में दम नहीं मालूम हो रहा है। इसलिए लिस्ट…

जैक डोर्सी ने मोदी सरकार को मारा चाटा

आचार्य विष्णु हरि सरस्वती ट्विटर के संस्थापक जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने भारत सरकार को सरेआम चाटा मारा है। उसने कह दिया कि मोदी सरकार ने धमकी पिलायी थी पर…

भाजपा भी करा रही है हिंदुओं का संहार!

महाराष्ट्र के कोल्पापुर (Kolpapur riots) में हिन्दुओं का अपमान करने वाली हरकत और औरंगजेब के पक्ष में अभियान चलाने के कारण हिन्दुओं में काफी आक्रोश था। हिन्दू संगठनों ने महाराष्ट्र…

कम्युनिस्टों की तानाशाही, बर्बर हिंसा को याद करना इसलिए है जरूरी

लियानमेन स्कवायर जनसंहार (Lianmen Square Massacre) के कोई एक दो वर्ष नहीं बल्कि पूरे 34 वर्ष हो गये। मानव स्मृतियां दो-चार साल में ही धूमिल हो जाती हैं और इतिहास…