Pauranik Katha: मृत्युलोक का सबसे बड़ा सच

Pauranik Katha: गरुड़ जी को द्वार पर छोड़ कर श्री हरि विष्णु जी और योगमाया शिव से मिलने अंदर चले गए। तब कैलाश की प्राकृतिक शोभा को देख कर गरुड़…

Pitru Paksha: पितृ पूजा का मतलब प्रेतपूजा नहीं

Pitru Paksha: पितृपक्ष में पितरों की पूजा का अर्थ प्रेतपूजा कदापि नहीं है। यह ऐसी पूजा है जिसमें अपनी समस्त सनातन संस्कृति की आराधना शामिल है। समस्त ऋषि, समस्त दिशाएं,…

Pitru Paksha: पितरों के प्रति श्रद्धा के 15 दिन

Pitru Paksha: भारतीय जीवन संस्कृति की अति महत्वपूर्ण विशेषता है अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान की भावना। इसी सम्मान की अभिव्यक्ति के लिए हमारी सांस्कृति यात्रा में पितृपक्ष के रूप…

Pitru Paksha: पितरों के पावन दिन और श्राद्ध का विज्ञान

Pitru Paksha: सनातन संस्कृति केवल विश्वास यानी अंग्रेजी के शब्द बिलीफ पर आधारित नहीं है। यह विशुद्ध विज्ञान है। इसमें समाहित प्रत्येक सोपान का विशुद्ध विज्ञान है। इसके सभी दिन…

Pitru Paksha: पितृ ऋण, पितृ दोष और पितृपक्ष की प्रासंगिकता

Pitru Paksha: पितृपक्ष के 15 दिन अति प्रासंगिक हैं। जीवन के सबसे महत्वपूर्ण। सबसे गंभीर। सबसे संवेदनशील और सर्वाधिक पवित्र। इन दिनों की ऊर्जा वर्ष के अन्य दिनों से बिल्कुल…

Pitru Paksha: पितरों के देव अर्यमा और कैसे देते हैं पितर अपनी अतृप्ति का संकेत

Pitru Paksha: शाब्दिक अर्थों में ‘पितृ’ से अर्थ ‘ पिता, पितर या पूर्वज’ आदि होता है, किंतु धार्मिक मान्यताओं में जब पितृपक्ष या पितरों की बात आती है, तो इससे…

Pitru Paksha: श्रीमन्नारायण की आराधना ही है पितृपूजा

Pitru Paksha: प्रितिपक्ष की पितृ पूजा भी श्रीमन्नारायण की ही आराधना है। गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि वह पितरों में अर्यमा नामक पितर हैं। यह कह…

पारदर्शी न्यायिक व्यवस्था के साथ गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करना जरूरी: जस्टिस एसएन श्रीवास्तव

नई दिल्ली: “ईमानदार, जवाबदेही तथा पारदर्शी जुडिशल सिस्टम के साथ गीता को पाठ्यक्रम में शामिल कर व्यक्तियों का चारित्रिक निर्माण करना जुडिशियल रिफॉर्म भारत के लिए आवश्यक” विषय पर आयोजित…