Book Review: राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण का युग इतिहास

Book Review: ब्रिटिशकालीन भारत में राष्ट्रवाद और खासतौर पर हिंदुत्व का पुनर्जागरण कोई सामान्य घटना नहीं हो सकती। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना और विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में…

एकपक्षीय चिंतन कभी नहीं उपस्थित करता सार्थक विमर्श

वह चिंतक हैं। विधि विशेषज्ञ हैं। कवयित्री हैं। कथाकार हैं। संस्कृति संयोजक और सृजनकार हैं। प्रखर वक्ता हैं। सफल पुत्री, संवेदनशील माता, साधक सहधर्मिणी और अत्यंत आदर्श गृहिणी हैं। गोरखपुर…

कुरीति और सनातन परंपरा में अंतर को समझिए

किसी भी परंपरा अथवा प्रचलन पर किसी टिप्पणी से पहले तार्किकता और वैज्ञानिकता की परख बहुत जरूरी है। क्या आपने कभी इस तथ्य पर विचार किया है कि जब राजा…

शहीद नहीं, अब बलिदानी कहिए

रोजमर्रा की ज़िंदगी में, शब्दों का चयन बहुत सावधानी से किया जाना चाहिए, अन्यथा अर्थ का अनर्थ बनते देर नहीं लगती। एक बार यदि किसी सन्दर्भ में कोई गलत शब्द…

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