आईआईएमसी बना देश का सर्वश्रेष्ठ मीडिया शिक्षण संस्थान

नई दिल्ली: देश की प्रतिष्ठित पत्रिका इंडिया टुडे के ‘बेस्ट कॉलेज सर्वे’ में भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी), नई दिल्ली को पत्रकारिता एवं जनसंचार के क्षेत्र में देश का सर्वश्रेष्ठ…

Book Review: सुराज संकल्प का ‘अमृतकाल’

Book Review: भारतीय संस्कृति में कहा जाता है, ‘नयति इति नायक:’, अर्थात् जो हमें आगे ले जाए, वही नायक है। आगे लेकर जाना ही नेतृत्व की वास्तtविक परिभाषा है। भारत…

प्रो. संजय द्विवेदी ने किया ‘प्रिंसिपल्स ऑफ हॉर्टिकल्चर’ पुस्तक का विमोचन

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने शुक्रवार को ‘प्रिंसिपल्स ऑफ हॉर्टिकल्चर’ नामक पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक के लेखक डॉ. ब्रजेश कुमार चतुर्वेदी,…

दुनिया के लिए मिसाल है भारत और नेपाल की दोस्ती: प्रो. द्विवेदी

नई दिल्ली: सार्क देशों के पत्रकार संगठन ‘सार्क जर्नलिस्ट फोरम’ (एसजेएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को भारतीय जन संचार संस्थान का दौरा किया। आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी…

जनमोर्चा के संपादक शीतला सिंह नहीं रहे

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने जनमोर्चा (अयोध्या) के संपादक शीलता सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे…

प्रगतिशील लोकतंत्र के लिए जरूरी है ‘एक देश एक चुनाव’

एक स्वस्थ्य, टिकाऊ और विकसित लोकतंत्र वही होता है, जिसमें विविधता के लिए भरपूर जगह होती है, लेकिन विरोधाभास नहीं होते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भविष्योन्मुखी दृष्टि वाले नेतृत्व में…

‘कॅरियर’ नहीं, ‘टारगेट’ पर करें फोकस: प्रो. द्विवेदी

नई दिल्ली: “कॅरियर तो 25 साल में आप डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, वकील, अधिकारी या शिक्षक बनकर पूरा कर लेते हैं, लेकिन टारगेट पूरे करने में जिंदगी लग जाती है। आपका…

आईआईएमसी में उर्दू, मराठी, मलयालम और ओड़िया पत्रकारिता कोर्स के लिए प्रवेश शुरू

-22 मई तक कर सकते हैं आवेदन, 18 जून को होगी प्रवेश परीक्षा नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) में उर्दू, मराठी, मलयालम और ओड़िया पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा…

‘मन की बात’ ने कराया भारत का भारत से परिचय

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार 76 फीसदी भारतीय मीडियाकर्मियों की राय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’…

सबसे ‘पर्सनल’ स्टोरी ही है सबसे ‘ग्लोबल’: दुर्गेश सिंह

नई दिल्ली: “आज दुनिया में ग्लोहबल स्टोरी जैसा कोई कॉन्सेsप्टु नहीं है। आपकी ‘पर्सनल’ स्टोरी ही ‘ग्लोलबल’ स्टोरी बनती है। स्टोरीटेलिंग में दर्शकों को एंगेज करना सबसे महत्वपूर्ण है।” यह…