भारतीय भाषाओं पर आधारित होगा जीवन और चिंतन, तभी आएगा स्वराज: प्रो. द्विवेदी

बेंगलूरु: “स्वराज सिर्फ अंग्रेजों का चला जाना और हिन्दुस्तानियों का सत्ता में आ जाना नहीं है। स्वराज का मतलब है कि अब हमारा सारा जीवन और चिंतन हमारी भाषाओं पर…