UP News: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बीजेपी (BJP) के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है। सपा सोशल मीडिया प्रभारी मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। दोनों तरफ से एफआईआर दर्ज कराने का सिलसिला शुरू हो गया है। मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव के नेतृत्व में सड़क पर आ गई है। सपा अध्यक्ष मामले को लेकर डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए मनीष जगन अग्रवाल से मिलने लखनऊ जेल भी पहुंचे।

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अखिलेश यादव का साथ पाकर सपा कार्यकर्ताओं को जोश चरम पर दिखा और पुराने चिर परिचित अंदाज में सपा कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उग्र प्रदर्शन भी किया। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया (Social Media) प्रभारी ऋचा राजपूत के खिलाफ सांसद डिंपल यादव पर अभद्र टिप्पणी करने में एफआईआर दर्ज कराकर गिरफ्तारी की मांग की। वहीं सपा की तरफ से एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद ऋचा राजपूत ने भी सपा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए अपने साथ हुए किसी भी अनहोनी के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराया। बीजेपी नेत्री ऋचा राजपूत ने अपने शिकायत में आरोप लगाया है कि सपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मुझे जान से मारने और दुष्कर्म करने की धमकी दी जा रही है। ऐसे में मेरे साथ अगर कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की होगी।

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ऋचा राजपूत की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है। बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत ने सपा मीडिया सेल नाम के टि्वटर हैंडल पर रेप और जान से मारने की धमकी दिए जाने पर मुकदमा दर्ज करवाया है। इसके अलावा उन्होंने अपने साथ कुछ भी होने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिम्मेदार बताया है। गौरतलब है कि पार्टी नेता मनीष जगन अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी में उबाल आ गया है। हालांकि पुलिस ने सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल को साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया है। बता दें कि सपा के खिलाफ कुछ भी बोलने व लिखने पर पार्टी के ट्वीटर हैंडल से बीजेपी नेता, महिला व पत्रकार के साथ जमकर अभद्रता की जा रही है। सोशल मीडिया में इसका विरोध लंबे समय से चल रहा है। लेकिन अराजकता की पहचान रखने वाली समाजवादी पार्टी खुद में सुधार करने को तैयार नजर नहीं आ रही है।

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