महोबा: आल्हा-ऊदल की नगरी के नाम से मशहूर महोबा में 20 फरवरी को मतदान संपन्न हो गया है। महोबा जनपद में दो विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से एक महोबा और दूसरी चरखारी सीट है। महोबा और चरखारी पान उत्पादन के लिए भी काफी मशहूर है। कहोबा कभी हमीरपुर जिले की तहसील हुआ करती थी। वर्ष 1995 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने महोबा को अलग जिला बनाया था। महोबा की दोनों सीटों पर सपा और बसपा का कब्जा रहा, लेकिन वर्ष 2017 में मोदी लहर के सामने सपा और बसपा का सियासी समीकरण बिगड़ गया और दोनों सीटों पर काबिज होने में भाजपा सफल रही। 20 फरीवरी को संपन्न हुए चुनाव में महोबा में 62.02 प्रतिशत मतदान हुए हैं। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच देखा जा रहा है।

230- महोबा विधानसभा सीट

महोबा जनपद में महोबा और चरखारी दो विधानसभा सीटें हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में महोबा में कुल 44.76 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। बीजेपी के राकेश कुमार गोस्वामी ने सपा प्रत्याशी सिद्ध गोपाल साहू को 31387 वोटों के अंतराल से हराया था। महोबा सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का दबदबा रहा है। महोबा का काफी प्रचलित इतिहास रहा है, यह जहां आल्हा-ऊदल जैसे योद्धा के नाम से मशहूर है वहीं चंदेलकालीन बड़े-बड़े तालाब भी यहां की पहचान है। इस बार बीजेपी ने यहां से अपने वर्तमान विधायक राकेश गोस्वामी को मैदान में उतारा है, तो वहीं सपा से मनोज तिवारी, कांग्रेस से सागर सिंह और बीएसपी से संजय साहू चुनावी मैदान में हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो महोबा सदर सीट पर बीजेपी, सपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है।

इसे भी पढ़ें: बस्ती में सपा-भाजपा में कांटे की ​टक्कर

सियासी इतिहास

1996- अरिमर्दन सिंह (सपा)
2002- सिद्ध गोपाल (सपा)
2007- राकेश कुमार (बसपा)
2012- राजनारायण उर्फ राजू (बसपा)
2017- राकेश कुमार गोस्वामी (भाजपा)

मतदाता

कुल मतदाता- 279595
पुरुष मतदाता- 154857
महिला मतदाता- 124738

231- चरखारी विधानसभा सीट

महोबा जिले की चरखारी सीट पर इसबार भाजपा और सपा प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला है। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर कब्जा जमाया है। बीजेपी प्रत्याशी ब्रज भूषण सिंह राजपूत ने सपा उम्मीदवार उर्मिला सिंह राजपूत को 44014 मतों से हराया था। बता दें कि चरखारी सीट वर्ष 2007 से ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दी गई, लेकिन 2012 के चुनाव से पहले परिसीमन में इसे सामान्य सीट का दर्जा दे दिया गया। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने चरखारी से विधानसभा का लड़ा था और जीत भी हासिल की थी।

इस बार यहां समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है। बीजेपी ने चरखारी से मौजूदा विधायक बृजभूषण राजपूत को प्रत्याशी बनाया है, तो समाजवादी पार्टी ने रामजीवन यादव को मैदान में उतारा है। वहीं आम आदमी पार्टी ने प्रेम नारायण राजपूत को यहां से प्रत्याशी बनाया है।

इसे भी पढ़ें: हमीरपुर में दोबारा खिलेगा ‘फूल’ या आएगा साइकिल का जमाना

सियासी इतिहास

1996- छोटे लाल (भाजपा)
2002- अंबेश कुमारी (सपा)
2007- अनिल कुमार अहिरवार (बसपा)
2012- उमा भारती (भाजपा)
2017- ब्रजभूषण राजपूत उर्फ गुड्डु भैया (भाजपा)

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

लोध मतदाता- 70 हजार
कुशवाहा मतदाता- 30 हजार
मुसलमान मतदाता- 16 हजार
दलित- 40 हजार
ब्राह्मण- 20 हजार
साहू- 20 हजार (लगभग)

मतदाता

कुल मतदाता- 3,13,564
पुरुष मतदाता- 1,72,108
महिला मतदाता- 1,41,452

इसे भी पढ़ें: चित्रकूट में खिलेगा कमल या बदलेगी साइकिल की चाल

Spread the news