प्रकाश सिंह

बस्ती: यूपी विधानसभा चुनाव के छाठवें चरण यानी 3 मार्च को होने वाले चुनाव में बस्ती जिले में भी वोटिंग होनी है। बस्ती जनपद की पांचों हर्रैया 307, कप्तानगंज 308, रुधौली 309, बस्ती सदर 310 और महादेवा (एससी) 311 सीटों पर भाजपा को सपा और बसपा कड़ी टक्कर दे रही हैं। इनमें कुछ सीटें ऐसी हैं जो इस बार भाजपा से छिन भी सकती हैं। कई सीटों पर भाजपा और सपा के बीच सीधा मुकाबला है। बस्ती जनपद की अधिकतर विधानसभा सीटों पर जातीय समीकरण हावी है। यहां जीत-हार प्रत्याशियों के जातीयों के आधार पर होता है। इनमें से कप्तानगंज विधानसभा नंबर वन है। इस सीट पर लगभग सभी जातियों का वर्चस्व है, लेकिन जीत-हार का फैसला पिछड़े वर्ग के लोग ही करते हैं। आइए जानते है पांच विधानसभा का समीकरण।

307 हर्रैया विधानसभा सीट

बस्ती जनपद के हर्रैया विधानसभा सीट पर लंबे समय से समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते बीजेपी इस सीट पर काबिज होने में सफल रही है। भाजपा प्रत्याशी अजय कुमार सिंह ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजकिशोर सिंह को 30,106 वोटों से शिकस्त दी थी। लेकिन इसबार माहौल काफी बदल गया है, सत्ता विरोधी लहर के बीच भाजपा को यहां से सफलता मिलना थोड़ा मुश्किल दिख रहा है। क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी अजय सिंह के सामने यहां से लगातार दो बार विधायक रह चुके राजकिशोर सिंह इसबार बसपा के टिकट से मैदान में हैं तो वहीं सपा से त्रियंबक पाठक कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। ऐसे में ठाकुरों का वोट अगर बटता है, तो सपा की सीट यहां से निकल भी सकती है।

सियासी इतिहास

1991, 1993- जगदंबा सिंह (बीजेपी)
1996- सुखपाल पांडेय (बसपा)
2002, 2007, 2012- राजकिशोर सिंह (सपा)
2017- अजय कुमार सिंह (बीजेपी)

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

ब्राह्मण- 60 हजार
ठाकुर- 40 हजार
वैश्य- 17 हजार
दलित-70 हजार
मुस्लिम- 70 हजार
कुर्मी- 45 हजार

मतदाता

कुल मतदाता: 3,39,731
पुरुष: 1,77,593
महिला: 1,61,379

308 कप्तानगंज विधानसभा सीट

बस्ती जनपद की कप्तानगंज विधानसभा सीट पर हार-जीत की जाति पर निर्भर करता है। यहां जा​तीय समीकरण इस कदर हावी है कि लगातार पार्टी बदलकर चुनाव जीतने वाले नेता राम प्रसाद चौधरी को जनता वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर की वजह से बदल सकने में सफल हो पाई। लगातार चुनाव जीतने की हैट्रिक लगाने वाले राम प्रसाद चौधरी के विजय रथ को वर्ष 2017 में बीजेपी प्रत्याशी चंद्रप्रकाश शुक्ल ने रोक दिया। बीजेपी प्रत्याशी चंद्र प्रकाश शुक्ल बसपा प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी को 6,827 वोटों के अंतर से हराया। इस बार यहां से बीजेपी प्रत्याशी चंद्र प्रकाश शुक्ल को सपा से राम प्रसाद चौधरी के बेटे अतुल चौधरी उर्फ कविंद्र चौधरी कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

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सियासी इतिहास

1985- अंबिका सिंह (कांग्रेस)
1989, 1991- कृष्ण किंकर सिंह (निर्दलीय)
1993- राम प्रसाद चौधरी (सपा)
1996- राम प्रसाद चौधरी (बसपा)
2002- राम प्रसाद चौधरी (बीजेपी)
2007, 2012- राम प्रसाद चौधरी (बसपा)
2017- चंद्रप्रकाश शुक्ला (बीजेपी)

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

ब्राह्मण- 43 हजार
ठाकुर- 20 हजार
वैश्य- 09 हजार
राजभर- 13 हजार
दलित- 70 हजार
मुस्लिम- 40 हजार
कुर्मी- 69 हजार

मतदाता

कुल मतदाता :3,37,597
पुरुष :1,79,398
महिला : 1,58,876

309 रुधौली विधानसभा सीट

बस्ती जिले की रुधौली विधानसभा सीट काफी चर्चित रही है। यहां वर्ष 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी संजय प्रताप जायसवाल ने जीत हासिल की थी। उन्होंने बसपा प्रत्याशी राजेंद्र प्रसाद चौधरी को 21,805 वोटों के अंतर से हराया था। इस बार उनके सामने सपा से राजेंद्र चौधरी है। हालांकि भाजपा ने इस बार संजय जायसवाल की जगह उनकी पत्नी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने आदित्य सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।

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सियासी इतिहास

2012- संजय प्रताप जायसवाल (कांग्रेस)

2017-संजय प्रताप जायसवाल (बीजेपी)

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

ब्राह्मण- 49 हजार
दलित- 17 हजार 302
मुस्लिम- 41 हजार 782
कुर्मी- 46 हजार 846

मतदाता

कुल मतदाता: 4,29,279
पुरुष : 228450
महिला : 2,00,792

310 बस्ती सदर सीट का इतिहास

बस्ती सदर सीट पर वर्ष 2017 के चुनाव में बीजेपी के दयाराम चौधरी जीत हासिल किया था। उन्होंने सपा महेंद्र नाथ यादव को हराकर भाजपा का कब्जा जमाया था। बीजेपी ने दयाराम चौधरी पर दांव लगाते हुए फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। वर्ष 2017 में बस्ती सदर से बीजेपी प्रत्याशी दयाराम चौधरी ने सपा उम्मीदवार महेंद्र नाथ यादव को 42,594 वोटों से हराया था। इसबार के चुनाव में भी भाजपा से दयाराम चौधरी और सपा से महेंद्र नाथ यादव आमने-सामने हैं। जबकि बसपा से आलोक रंजन और कांग्रेस से देवेंद्र कुमार श्रीवास्तव लड़ाई को और रोचक बना रहे हैं।

सियासी इतिहास

2012- जीतेंद्र कुमार (बसपा)
2017- दयाराम चौधरी (बीजेपी)

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

मुस्लिम- 42 हजार
ब्राह्मण- 51 हजार
वैश्य- 15 हजार
क्षत्रिय – 24 हजार
कायस्थ- 12 हजार
यादव- 27 हजार
कुर्मी- 36 हजार
भूमिहार- 6 हजार

मतदाता

कुल मतदाता: 3,69,150
पुरुष: 197506
महिला: 1,71,616

311 महादेवा सीट का इतिहास

बस्ती जनपद की महादेवा सीट का अपना इतिहास रहा है। ऐसा कहा जाता है कि इस सीट से जिस पार्टी का विधायक चुना जाता है उसकी ही प्रदेश में सरकार बनती है। वर्तमान समय में यहां बीजेपी से रवि कुमार सोनकर विधायक हैं, और पार्टी ने उन पर विश्वास जताते हुए दोबार प्रत्याशी भी बनाया है। महादेवा सीट पर वर्ष 2017 में भाजपा से रवि कुमार सोनकर ने जीत हासिल की थी। उन्होंने बसपा प्रत्याशी दूधराम को 25 हजार 884 वोटों के अंतर से हराया था। महादेवा सीट से इसबार भारतीय जनता पार्टी से रवि कुमार सोनकर, समाजवादी पार्टी और सुभासपा से गठबंधन प्रत्याशी दूधराम, बहुजन समाज पार्टी से लक्ष्मी चंद्र खरवार, कांग्रेस से बृजेश आर्या और आम आदमी पार्टी से राम सुरेश उर्फ कल्लू भाई ताल ठोक रहे हैं।

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सियासी इतिहास

2012- राम करन आर्या (सपा)

2017- रवि कुमार सोनकर (बीजेपी)

जातिगत आंकड़े (अनुमानित)

ब्राह्मण- 20 हजार
मुस्लिम- 39 हजार
क्षत्रिय -18 हजार
दलित- 80 हजार
यादव- 28 हजार
कुर्मी- 59 हजार
निषाद- 14 हजार

मतदाता (अनुमानित)

कुल मतदाता: 3,42,918
पुरुष: एक लाख 85 हजार
महिला : एक लाख 54 हजार

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