सतीश चंद्र मिश्र

Delhi Violence: दिल्ली में जहां हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर हमला हुआ उस सड़क पर अवैध कब्जा कर के कबाड़ियों की दर्जनों दुकानें बनी हुई हैं। उन्हीं कबाड़ियों का सरगना है अंसार। हनुमानजी की शोभायात्रा का मास्टरमाइंड भी वही है। सरेआम सड़क कब्जा कर के बनी, कबाड़ियों की उन दर्जनों में से एक भी दुकान को अभी तक छुआ भी नहीं गया है, हटाना तो दूर की बात।

एक अन्य तथ्य पर भी ध्यान दीजिए। कबाड़ियों की वो दुकानें हनुमानजी की शोभायात्रा से एक दो दिन पहले नहीं बनी हैं। वर्षों पुरानी हैं, सड़क पर अवैध कब्जा हटाने की जिम्मेदार पुलिस और दिल्ली नगर निगम की ही है। यह दोनों ही भाजपा के पास हैं। दंगाई कबाड़ियों के गिरोह पर वर्षों से क्यों मेहरबान है नगर निगम पर काबिज भाजपा और दिल्ली पुलिस? यहां तक कि इतनी बड़ी वारदात के बावजूद भी दंगाई कबाड़ियों की शत प्रतिशत अवैध दुकानों पर बुलडोजर चलाने के लिए भाजपा और दिल्ली पुलिस किस मुहूर्त की प्रतीक्षा कर रही है?

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सातों सांसदों समेत दिल्ली के एक भी भाजपा नेता ने दंगाई कबाड़ियों की उन अवैध दुकानों पर बुलडोजर चलाने की मांग नहीं की है। दंगाई कबाड़ियों पर भाजपा की इस अथाह अपार शत प्रतिशत मेहरबानी का कारण क्या है? वो केवल कड़ी निंदा और कठोर कार्रवाई के वायदे के झुनझुने से दिल्ली का दिल बहला रहे हैं। अतः केजरीवाल को कोसने के राजनीतिक पाखंड से काम नहीं चलेगा।

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