2025 अमृत महाकुम्भ का सन्देश, वैचारिक परावर्तन ही शुद्धि का सही मार्ग

Mahakumbh 2025: नीतियों के साथ चरित्र का परावर्तन शुद्धि का सही मार्ग है। इस्लामी आक्रान्ताओं के काल से लेकर अंग्रेजों के शासन तक भारत में सामाजिक चरित्र का पतन कराने…

Poem: प्रियतम की हर बात बसन्ती!

नयनों पर छाता मधुमास, अधरों पर खिलता ऋतुरास। अंग-अंग केसर की क्यारी, मुख जैसे जलजात बसन्ती। प्रियतम की हर बात बसन्ती! रूप सुहाना, छटा सलोनी, एक-एक है अदा सलोनी। रोम-रोम…

जया एकादशी महत्व मुहर्त एवं विधि

Jaya Ekadashi: जया एकादशी एक महत्वपूर्ण व्रत है जो माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है।…

Prerak Prasang: शिव और शक्ति का सुंदर प्रसंग

Prerak Prasang: विश्वास हर रिश्ते की जड़ होती है। जब पति-पत्नी का एक-दूसरे पर भरोसा नहीं करते हैं तो वैवाहिक जीवन में अशांति होना तय है। इसीलिए पति-पत्नी को एक-दूसरे…

सृष्टि का आत्मतत्व है स्त्री और स्त्री तत्व का प्रतिनिधि स्वरूप है गुलाब

सृष्टि का आत्म तत्व स्त्री है। इसी स्त्री तत्व की ऊर्जा से सब कुछ गतिमान है। सनातन इसी को शक्ति के स्वरूप में पूजता है। स्त्री तत्व का प्रतिनिधि स्वरूप…

Prerak Prasang: सुदामा होना सरल नहीं है

Prerak Prasang: जैसे ही द्वारकाधीश ने तीसरी मुट्ठी चावल उठा कर फांक लगानी चाही, रुक्मिणी ने जल्दी से उनका हाथ पकड़ कर कहा, क्या भाभी के लाये इन स्वादिष्ट चावलों…

Kahani: ईश्वर की सच्ची भक्ति

Kahani: एक पुजारी थे, ईश्वर की भक्ति में लीन रहते थे। सबसे मीठा बोलते और सबका खूब सम्मान करते। लोग भी उन्हें अत्यंत श्रद्धा एवं सम्मान भाव से देखते थे।…

Kahani: पिता का आशीर्वाद

Kahani: जब मृत्यु का समय निकट आया तो पिता ने अपने एकमात्र पुत्र धर्मपाल को बुलाकर कहा कि बेटा मेरे पास धन-संपत्ति नहीं है कि मैं तुम्हें विरासत में दूं।…

अपयश के प्रमाण पत्र नहीं होते

प्रशस्ति और सम्मान स्वाभाविक इच्छा हैं। यश अभिलाषा स्वाभाविक ही है। यश स्मृति आनन्दित करती है। जीवन में अपमान और अपयश भी होते हैं लेकिन अपयश के प्रमाण पत्र या…

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