Kahani: अहंकारी कौआ

Kahani: समुद्र तट के किसी नगर में एक धनवान वैश्य के पुत्रों ने कौआ पाल रखा था। वह उस कोए को बार-बार अपने भोजन से बचे अन्न देते थे। उनकी…

खुद की पहचान कर अपने आप को नशे से बचाइए: ब्रह्मा कुमारीज

छतरपुर: ब्रह्माकुमारीज़ विश्वनाथ कॉलोनी द्वारा शिवरात्रि (Shivaratri) के उपलक्ष्य में परमात्मा शिव का सत्य परिचय, संस्कार और संस्कृति की रक्षा, नशा मुक्ति का संदेश देने के उद्देश्य से ग्राम गौरगांय…

Vedas: चार वेदों में क्या है, जानें इसका महत्व

Vedas: वेद दुनिया के प्रथम धर्मग्रंथ है। इसी के आधार पर दुनिया के अन्य मजहबों की उत्पत्ति हुई, जिन्होंने वेदों के ज्ञान को अपने अपने तरीके से भिन्न-भिन्न भाषा में…

Pauranik Katha: भक्तों के लिए भोले और दुष्टों के लिए महाकाल है शिव

Pauranik Katha: संसार में भगवान की भक्ति सुख और शान्ति प्राप्त करने का अमोघ साधन है। इससे उत्तम साधन और कोई नहीं है, क्योंकि भक्त को ईश्वर का आश्रय रहता…

Kahani: पाप और पुण्य

Kahani: गाँव के बीच शिव मन्दिर में एक संन्यासी रहा करते थे। मंदिर के ठीक सामने ही एक वेश्या का मकान था। वेश्या के यहाँ रात−दिन लोग आते−जाते रहते थे।…

Kahani: माँ

Kahani: मां वो विधवा थी पर श्रृंगार ऐसा कर के रखती थी कि पूछो मत। बिंदी के सिवाय सब कुछ लगाती थी। पूरी कॉलोनी में उनके चर्चे थे। उनका एक…

जनसंचार के अप्रतिम विमर्शकार हैं प्रो. संजय द्विवेदी: गिरीश पंकज

नई दिल्ली: प्रख्यात साहित्यकार गिरीश पंकज का कहना है कि संजय द्विवेदी भारतीय मीडिया के अप्रतिम विमर्शकार हैं। वे समाधानपरक पत्रकारिता और मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के ध्वजवाहक भी हैं। श्री पंकज…

Kavita: अब बदलने वाला होगा बहुत कुछ

अब बदलने वाला होगा बहुत कुछ तुम मिलोगे कुछ नये लोगों से बहुत कुछ पीछे रह जाएगा। शायद कुछ ही ऐसे रिश्ते होंगे या यूं कहें कि कुछ यादें जो…

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