Bharat Jodo Yatra: हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राजनीतिक पार्टियों की तरफ से चुनाव प्रचार अभियान भी तेज कर दिए गए हैं। वहीं कांग्रेस (Congress Ka Vibhajan Kis Varsh Hua) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) रैली कर अलग दुनिया में मस्त हैं। कांग्रेस मीडिया सेल की तरफ से राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ा यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान उमड़ती भीड़ को कांग्रेस की उपलब्धि बताने की कोशिश जारी है। (Congress Ka Vibhajan Kis Varsh Hua) लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जिन राज्य में चुनाव है, वहां पार्टी की निष्क्रियता का नुकसान आखिर किसको होगा? फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) विवादों में आ गया है और राहुल गांधी, सुप्रिया श्रीनेत और जयराम रमेश के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है।

बेंगलुरु सिटी पुलिस की ओर से शुक्रवार को (Congress Ka Vibhajan Kis Varsh Hua) कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, कांग्रेस सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में एमआरटी म्यूजिक की अनुमति के बगैर फिल्म के गीतों का उपयोग करके कॉपीराइट उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज किया गया है। (Congress Ka Vibhajan Kis Varsh Hua) बेंगलुरू स्थित कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि उसके पास कन्नड़, हिंदी, तेलुगु और तमिल आदि में 20,000 से अधिक ट्रैक के संगीत का अधिकार है। उसने क्लासिक पुराने संगीत को नवीनतम में से एक में हासिल करने के लिए बड़ी रकम चुकाई है। इसमें वर्ष की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक “केजीएफ चैप्टर 2” (KGF Chapter 2) शामिल है।

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भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने बिना अनुमति के इस फिल्म से गाने उठाए हैं। एमआरटी म्यूजिक की अनुमति/लाइसेंस मांगे बिना राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अभियान के मार्केटिंग वीडियो बनाने के लिए “केजीएफ चैप्टर 2” (KGF Chapter 2) के गाने का इस्तेमाल किया है। यशवंतपुर पुलिस ने राहुल गांधी, जयराम रमेश और सुप्रिया श्रीनेत के खिलाफ आईपीसी, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और कॉपीराइट अधिनियम, 1957 की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। कंपनी के कानूनी सलाहकार का कहना है कि एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल की तरफ से ये गैरकानूनी कार्रवाइयां कानून के शासन और निजी व्यक्तियों और संस्थाओं के अधिकारों के प्रति उनकी घोर अवहेलना को जाहिर करती है।

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