नई दिल्ली: टेरर फंडिंग के मामले में दिल्ली की स्पेशल एनआईए कोर्ट ने यासीन मलिक (Yasin Malik) को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यासीन मलिक को सजा सुनाए जाते ही जम्मू कश्मीर में हालात बिगड़ने लगे। जगह जगह यासीन के समर्थक प्रदर्शन (Separatist Leader Yasin Malik) करने लगे। कुछ जगहों पर पुलिस के साथ झड़प होने की भी खबर है। वहीं बिगड़ती स्थिति को देखते हुए श्रीनगर के मैसूमा और डाउनटाउन इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इससे पहले श्रीनगर के मैसूमा इलाके में कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Separatist Leader Yasin Malik)  के समर्थकों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।

Support of Yasin Malik

गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने टेरर फंडिंग मामले में कश्मीरी अलगाववादी यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उस पर दस लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मलिक के लिए मौत की सजा की मांग की थी। कोर्ट के फैसले के बाद श्रीनगर के मैसूमा और डाउनटाउन इलाकों में समर्थकों के प्रदर्शन को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई। वहीं यासीन मलिक के समर्थन में पाकिस्तान से भी आवाज उठने लगी हैं। क्रिकेटर शाहीद अफरीदी से लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री तक ने सजा पर आवाज उठाई है। पाक पीएम ने यासीन मलिक की सजा को लोकतंत्र की हत्या करार दिया है।

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बताते चलें कि यासीन मलिक इसी महीने की शुरुआत में टेरर फंडिंग मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत सभी आरोपों को स्वीकार किया था। यासीन मलिक पर यूएपीए की धारा 18 (आतंकवादी कृत्य करने की साजिश), 20 (आतंकवादी गिरोह या संगठन का सदस्य होने) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 124-ए (देशद्रोह) का आरोप लगाया गया था। जिसमें 19 मई को विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह ने उसे दोषी ठहराया था। इसके बाद कोर्ट ने उसे बुधवार को उम्रकैद की सजा सुनाई है।

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