Pegasus: भारत जोड़ा यात्रा के बाद कश्मीर के गुलमर्ग में बहन प्रियंका गांधी के साथ छ़ट्टियां मना कर लौटे कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul Gandhi) इन दिनों ब्रिटेन की यात्रा पर हैं। राहुल गांधी को यहां भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डर सता रहा है। उन्होंने लंदन स्थित कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (cambridge university) में अपने भाषण के दौरान भारत में लोकतंत्र की स्थिति को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। विपक्षी नेताओं पर जासूसी कराए जाने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मेरे खुद के फोन में पेगासस (Pegasus) था, कई बड़े नेताओं के फोन में पेगासस था।

देश की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। भारत के लोकतंत्र के बेसिक स्ट्रक्चर पर हमला किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसदीय ढांचे को बर्बाद करने पर तुले हैं। हालात ऐसे हैं कि संसद में आवाज उठाने पर विपक्ष को जेल में डाल दिया जा रहा है। सरकार के खिलाफ जाने पर केस दर्ज किए जा रहे हैं। मोदी सरकार में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं, उनपर लगातार हमले बढ़ते जा रहे हैं। बता दें कि राहुल गांधी कैम्ब्रिज जज बिजनेस स्कूल (कैम्ब्रिज जेबीएस) में विजिटिंग फेलो हैं।

विपक्षी नेताओं के फोन की जासूसी का शंका जताते हुए कैम्ब्रिज जज बिजनेस स्कूल (कैम्ब्रिज जेबीएस) में राहुल ने कहा कि मेरे खुद के फोन में पेगासस (Pegasus) था। कई बड़े नेताओं के फोन में भी पेगासस था। उन्होंने कहा कि मुझे कई अधिकारियों ने बुलाया और सलाह देते हुए कहा ध्यान से बोलिए, आपका फोन सर्विलांस पर है।” उन्होंने विपक्षी नेताओं के फोन टेप किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बड़े नेताओं के फोन में पेगासस (Pegasus) लगा हुआ है।

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गौरतलब है कि राहुल गांधी इससे पहले भी कई बार पेगासस (Pegasus) मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर चुके हैं। उन्होंने फोन टैप किए जाने का दावा भी किया है। लेकिन उनके पास अपने इन दावों का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। बता दें कि केंद्र में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के बाद राहुल गांधी लगातार हमलावर बने हुए हैं। उन्होंने फाइटर प्लेन, भारत-चीन सीमा विवाद आदि मुद्दों पर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। लेकिन सबूत के तौर पर कुछ भी प्रस्तुत नहीं कर सके, जिसके चलते कुछ मामलों में उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी। राहुल गांधी प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी के विरोध में देश की संवैधानिक संस्थाओं का तो विरोध करते रहते हैं, अब वह विदेशों में भी भारत की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।

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