सुमित मेहता

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 अब ज्यादा दूर नहीं है। तीन राज्यों में धमाकेदार जीत दर्ज करके बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन की नींद उड़ा दी है, लेकिन एक राज्य ऐसा भी है, जहां बीजेपी लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। वो राज्य है बिहार, जहां लोकसभा की 40 सीटें हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में NDA ने 39 और कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी। वहीं RJD का खाता भी नहीं खुला था। लेकिन 2024 के चुनाव में बीजेपी लिए बिहार में 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन को दोहराना करीब करीब न मुमकिन हो चुका है।

इसकी सबसे बड़ी वजह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। NDA से बाहर होते ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के खिलाफ जो मोर्चा खोला है, उसका असर आगामी चुनाव के रिजल्ट में देखने को मिलेगा। 2019 में NDA में रहकर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने चुनाव लड़ा है, जिसका ज्यादा फायदा बीजेपी को मिला था।

बीजेपी को मिला था नीतीश के साथ होने का लाभ

राज्य में बीजेपी ने 2019 में 23.58 प्रतिशत वोट पाकर 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पार्टी को 2014 की तुलना 2019 में 5.82% वोट कम पड़े थे। 2014 में जहां बीजेपी ने प्रदेश में 22 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं 2019 में उसे 17 सीटों पर जीत मिली। यह नुकसान और भी बढ़ सकता था, अगर नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी के साथ न होते। वहीं 2014 में सिर्फ 2 सीट जीतने वाली JDU ने 2019 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 16 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पार्टी को 21.81% वोट मिले, जो 2014 की तुलना 6.01% ज्यादा थे।

इसके आलावा 7.86% वोटों के साथ राम विलास पासवान की लोजपा ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं कांग्रेस को 7.70 और RJD को 15.36 वोट मिले थे। अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में RJD, JDU और कांग्रेस मिलकर राज्य में लड़ते हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन को दोहराते हैं या उसके आस-पास ही प्रदर्शन करते हैं, तो निश्चित तौर पर NDA सीधे 50% ज्यादा सीटें राज्य में हार रही है। क्योंकि इंडिया गठबंधन का वोट प्रतिशत बन रहा है 44.87%, वहीं NDA में शामिल बीजेपी और लोजपा का वोट प्रतिशत 31.44% बन रहा है।

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यानी इंडिया गठबंधन को बिहार में NDA से 13.43 प्रतिशत वोट ज्यादा मिल रहे हैं। राज्य में 2020 विधानसभा चुनाव के वोट प्रतिशत को भी अगर देखा जाये तो JDU के 15.39%, RJD के 23.11% और कांग्रेस के 9.48% वोटों को मिलाकर कुल 47.98 प्रतिशत वोट बनता है। वहीं बीजेपी को 2020 में 19.46% वोट मिले थे। लोजपा NDA का हिस्सा पिछले विधानसभा चुनाव में नहीं थी, लेकिन उसके भी 5.66% वोटों को अगर आज NDA में जोड़ लिए जाये, तो 25.12% वोट बन रहे थे, जो इंडिया गठबंधन से 22.86% कम है। यह चुनावी गणित बीजेपी का सपना 2024 में तोड़ सकती है, अगर विपक्षी गठबंधन इंडिया एक साथ मिलकर चुनाव लड़तें हैं।

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