प्रतापगढ़: उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा निर्देश व जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय शंकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में जिला कारागार का जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नीरज कुमार त्रिपाठी ने वर्चुअल निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान उपजेलर अवधेश कुमार राय की तरफ से बताया गया कि जिला कारागार में 1211 बन्दी निरुद्ध हैं, जिसमें 1082 विचाराधीन बन्दी है, इसमें 22 महिला तथा 1060 पुरुष बन्दी शामिल है। सिद्धदोष बन्दियों की संख्या 129 बताई गई, जिसमें 6 महिला बन्दी व 123 पुरुष बन्दी शामिल हैं। जेल अस्पताल में कुल 19 बन्दियों का उपचार चल रहा है। यह भी बताया गया कि जिला कारागार में एक विचाराधीन बन्दी व एक सिद्धदोष बन्दी कोरोना पाजिटिव पाये गये है, जिन्हें अन्य बन्दियों से अलग रखा गया है।

जिला कारागार को पूरी तरह से सेनेटाइज कराया जा चुका है। प्रतिदिन जेल में बन्दियों के लिये कोरोना की जांच की व्यवस्था है। जिला कारागार में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को कोरोना की बूस्टर डोज लगा दी गई है। वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से बन्दी सत्यम, जमीर, साजिद,सचिन सरोज, सुरेश, शशि कुमार ने बताया कि उनके मुकदमे की पैरवी उनके निजी अधिवक्ता कर रहे हैं।

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इस अवसर पर सचिव की तरफ से बन्दियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और प्लीबारगेनिंग तथा तथा उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। उप जेलर की ओर से जानकारी दी गई कि जेल में निरुद्ध सभी सिद्धदोष बन्दियों की अपील हो चुकी है जो विचाराधीन हैं। जेल निरीक्षण के दौरान जेल अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिला कारागार की प्रतिदिन साफ-सफाई कराने के साथ-साथ सेनेटाइज कराया जाये और बन्दियों को सर्दी से बचाव के लिये विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। इस अवसर पर उप जेलर अवधेश प्रसाद राय, जेल विजिटर विश्वनाथ प्रसाद त्रिपाठी एडवोकेट उपस्थित रहे।

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