गोविन्दाचार्य और इंटरनल हिन्दू फाउंडेशन की ब्राह्मण यूनियनबाजी के प्रमाण लीजिये

कल्याण सिंह के शब्दों में काला ब्राह्मण गोविन्दाचार्य के इंटरनल हिन्दू फांउडेशन से मैंने अरविंदो पुरस्कार क्यों नहीं लिया? इसने मुझे अरविन्दो सम्मान देने की घोषणा की थी। इस संगठन…

फर्जी व जातिवादियों के लिए हिन्दुत्व बनी दुकानदारी

आचार्य विष्णु हरि फेसबुक पर एक भी हिन्दुत्व का प्रहरी नहीं है। हिन्दुत्व के रूप में जो अपने आप को प्रस्तुत करते हैं, उनका प्रोफाइल देख लीजिये, उनकी पोस्ट देख…

लोकहृदय के प्रतिष्ठापक आचार्य रामचन्द्र शुक्ल

– बीएल आच्छा कहते हैं कि आलोचकों की मूर्तियां नहीं बनती। पर दौलतपुर (रायबरेली) के आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी तो अपवाद हैं ही। और साहित्य में लोकहृदय के प्रतिष्ठापक आचार्य…

Pitru Paksha: पितृ पूजा का मतलब प्रेतपूजा नहीं

Pitru Paksha: पितृपक्ष में पितरों की पूजा का अर्थ प्रेतपूजा कदापि नहीं है। यह ऐसी पूजा है जिसमें अपनी समस्त सनातन संस्कृति की आराधना शामिल है। समस्त ऋषि, समस्त दिशाएं,…

Pitru Paksha: पितरों के प्रति श्रद्धा के 15 दिन

Pitru Paksha: भारतीय जीवन संस्कृति की अति महत्वपूर्ण विशेषता है अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान की भावना। इसी सम्मान की अभिव्यक्ति के लिए हमारी सांस्कृति यात्रा में पितृपक्ष के रूप…

Pitru Paksha: पितरों के पावन दिन और श्राद्ध का विज्ञान

Pitru Paksha: सनातन संस्कृति केवल विश्वास यानी अंग्रेजी के शब्द बिलीफ पर आधारित नहीं है। यह विशुद्ध विज्ञान है। इसमें समाहित प्रत्येक सोपान का विशुद्ध विज्ञान है। इसके सभी दिन…

Pitru Paksha: पितृ ऋण, पितृ दोष और पितृपक्ष की प्रासंगिकता

Pitru Paksha: पितृपक्ष के 15 दिन अति प्रासंगिक हैं। जीवन के सबसे महत्वपूर्ण। सबसे गंभीर। सबसे संवेदनशील और सर्वाधिक पवित्र। इन दिनों की ऊर्जा वर्ष के अन्य दिनों से बिल्कुल…

Pitru Paksha: पितरों के देव अर्यमा और कैसे देते हैं पितर अपनी अतृप्ति का संकेत

Pitru Paksha: शाब्दिक अर्थों में ‘पितृ’ से अर्थ ‘ पिता, पितर या पूर्वज’ आदि होता है, किंतु धार्मिक मान्यताओं में जब पितृपक्ष या पितरों की बात आती है, तो इससे…

Lal Bahadur Shastri Jayanti: लाल बहादुर जैसा ‘लाल’ होना गौरव की बात

Lal Bahadur Shastri Jayanti: लाल बहादुर शास्त्री भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और भारतीय गणराज्य के पहले लोकप्रिय प्रधानमंत्री में से एक थे। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को…

Gandhi Jayanti: मोहनदास करमचंद से गांधी बनना आसान नहीं

Gandhi Jayanti: महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) जिनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था, विश्व इतिहास के महान व्यक्तियों में से एक हैं। उनका नाम मोहनदास करमचंद…