लखनऊ। उत्तर प्रदेश में गर्मी व लू से लोग बेहाल हैं। ऐसे में मौसम विभाग ने 27 जिलों में आंधी-पानी को लेकर अलर्ट जारी किया है। आचार्य नरेंद्र देव कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ अमरनाथ मिश्र ने बताया कि आगामी 24 घंटे में पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है। पूर्वी हवा के सामान्य गति से चलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं। लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिली है। बीते 2 दिनों से अयोध्या और आसपास के जनपदों में उमस भरी गर्मी और तेज धूप ने लोगों को और परेशानी हो सकती है।वहीं मथुरा, आगरा और फिरोजाबाद के साथ ही बुंदेलखंड के ललितपुर, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, इलाहाबाद, मिर्जापुर और सोनभद्र में आंधी के साथ तेज बारिश के आसार हैं।

इसके अलावा यूपी के अन्य जिलों में तेज धूप के साथ आसमान साफ रहेगा। तापमान में 2-3 से0 की कमी आ सकती है। देश की राजधानी दिल्ली में धूल से वायु गुणवत्ता पर काफी असर पड़ने वाला है। मौसम विभाग ने उपग्रह से ली गई तस्वीरें जारी कीं जिसमें उत्तर पश्चिम भारत के बड़े हिस्से को धूल की एक मोटी चादर से ढका देखा गया। मौसम विज्ञानियों ने धूल उड़ने के पीछे पिछले पांच दिन से उत्तर पश्चिम भारत में भीषण गर्मी, बारिश न होने के कारण मिट्टी सूखी होने और आधी रात से ही तेज हवा के संयोजन को जिम्मेदार ठहराया। आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘दिल्ली में तड़के धूल उड़ाने वाली तेज हवा चली। हवा की गति 30-35 किलोमीटर प्रति घंटे से गिरकर सुबह नौ बजे तक 12 किलोमीटर प्रति घंटा रह गयी। दिन में हवा की गति और कम हो जाएगी जिससे धूल के कण मिट्टी में बैठ जाएंगे।

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामनी ने बताया कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के समीप पालम वेधशाला में दृश्यता स्तर सुबह नौ बजे 1,100 मीटर दर्ज किया गया जबकि सोमवार सुबह नौ बजे दृश्यता 4,000 मीटर थी। आईएमडी के पर्यावरण निगरानी और अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वी के सोनी ने कहा, ‘‘धूल की सघनता कई गुना बढ़ गयी है। पीएम10 सांद्रता सुबह चार बजे 140 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से बढ़कर सुबह आठ बजे 775 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गयी है। यह इलाके में तेज हवाओं के कारण हुआ। धूल जल्द ही नीचे बैठ जाएगी। धूल के कण, खासतौर से महीन धूल के कण (पीएम2.5) सांस लेने पर श्वसन तंत्र के अंदर प्रवेश कर सकते हैं। इससे फेफड़ों की, श्वसन संबंधी समस्या हो सकती है और अस्थमा, ब्रोंकाइटिस तथा एलर्जी से पीड़ित लोगों की स्थिति बिगड़ सकती है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। दिल्ली में पिछले चार दिन में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहा जिससे गर्मी बढ़ गयी। आईएमडी के अनुसार, शाम तक आंशिक रूप से बादल छाने तथा बहुत हल्की बारिश होने से थोड़ी राहत मिल सकती है। रविवार तक अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।

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