UP Election Phase 6 Voting: यूपी विधानसभा चुनाव का छठे चरण का चुनाव छिटपुट हिंसा व कुछ बूथों पर वोटिंग मशीन में आई दिक्कत के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया है। प्रदेश के 10 जिलों की 57 विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। छठे चरण के चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित उनके सात मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। वहीं विपक्षी दलों के नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की किस्मत भी ईवीएम में बंद हो गई है। शाम 5 बजे तक चुनाव आयोग से मिले आंकड़ों के अनुसार 53.31 प्रतिशत मतदान हुआ है। आयोग के अंतिम आंकड़े अभी आने बाकी हैं।

वर्ष 2017 के आंकड़ों के मुताबिक इस बार छठे चरण में 2 प्रतिशत कम वोटिंग हुई है। वर्ष 2017 के मतदान में दस जिलों की इन 57 सीटों पर अकेले भाजपा ने कब्जा जमाया था। इन जिलों में कुल 5652 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। हालांकि इस बार चुनावी माहौल कुछ अलग दिखाई दे रही है। मोदी लहर की जगह इस बार जातीय समीकरण हावी नजर आ रहा है। सत्ता विरोधी लहर का फायदा सपा को मिलता नजर आ रहा है। इस बार जहां बीजेपी की कुछ सीटें घटने का अनुमान लगाया जा रहा है, वहीं सपा को फायदा मिलता दिख रहा है।

इसे भी पढ़ें: बूथ एजेंट को मारा थपड़ तो भड़कीं महिला प्रत्याशी

वोटिंग में सबसे आगे रहा अंबेडकरनगर

छठे चरण के मतदान में जहां 53.31 प्रतिशत मतदान की सूचना है, वहीं अंबेडकरनगर में सबसे ज्यादा मतदान हुआ है। अंबेडकर नगर के साथ साथ बस्ती, देवरिया, बलिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज और संतकबीरनगर में 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है। आंकड़ों के अनुसार अंबेडकरनगर में 58.66, महराजगंज में 57.38, कुशीनगर में 55.00, बस्ती में 54.24, गोरखपुर में 53.89, बलिया में 51.81, देवरिया में 51.50, संतकबीरनगर में 51.21, सिद्धार्थनगर में 49.77 और बलरामपुर में 48.53 प्रतिशत मतदान हुआ है।

इसे भी पढ़ें: सिद्धार्थनगर में साइकिल रेस लगाने को तैयार

Spread the news