Lucknow: नौकरशाही के भरोसे सरकार चलाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अफसरशाही पूरी तरह से हावी हो चुकी है। शायद यही वजह है कि जनता की असल समस्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नजर नहीं आ रही है। सीएम योगी को उतना ही नजर आता है, जितना उनके अधिकारी उन्हें दिखा रहे हैं। विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत कर्मियों की जारी हड़ताल के चलते पूरा सूबा अंधेरे में डूबा हुआ है। बावजूद इसके सीएम योगी के अधिकारी कहीं पर विद्युत कटौती की बात से इनकार कर रहे हैं। राजधानी लखनऊ को छोड़ दे तो उत्तर प्रदेश के सभी शहर बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं।

हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि कार्रवाई करेगा कौन? सभी जिलों के जिलाधिकारी निर्बाध विद्युत आपूर्ति किए जाने की रिपोर्ट शासन को भेज चुके हैं। जबकि हकीकत इसके उलट है। जिलाधिकारी उजाले में हैं, तो उन्हें अंधेरे का एहसास कहां से होगा। वहीं लगातार विद्युत आपूर्ति बाधित होने से पूरी व्यवस्था ध्वस्त होती नजर आ रही है। शहरों में तो कुछ बिजली मिल भी जा रही है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों का बुरा हाल हो चुका है। कैरोसिन को सरकार ने पहले ही बंद कर चुकी है, ऐसे में बिजली की समस्या ग्रामीणों को न सिर्फ अंधेरे में रहने को मजबूर किया है, बल्कि वह अंधेरे में भोजन करने को भी बाध्य हैं।

इधर छात्रों की परीक्षाए चल रही हैं। बिजली न आने की वजह से परीक्षार्थियों के सामने तैयारी की दिक्कत है। जिलाधिकारियों के अंधेरगर्दी के चलते विद्युत आपूर्ति जल्द बहाल होने की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है। क्योंकि ये लोग व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई करने की जगह उन्हीं के पक्ष में रिपोर्ट बनाकर शासन को भेजकर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्ति पा ले रहे हैं। फिलहाल सरकार और अधिकारी जनता की समस्या पर जल्द नहीं चेते तो लोग सड़कों पर उतर सकते हैं, जिसका गंभीर परिणाम सरकारी संस्थानों को भुगतना पड़ेगा।

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गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि विद्युत कार्मिकों व कुछ संगठनों के की तरफ से कार्य बहिष्कार के लिए 72 घंटे की उनकी हड़ताल पूरी तरह से असंवैधानिक एवं लोगों के व राष्ट्र के हित में नहीं है। यह देश एवं प्रदेश के विकास में बाधा बनेगा। ऐसा कृत्य सिर्फ कुछ राष्ट्र विरोधी लोग व ताकतें ही कर सकती हैं। जो अपनी हठधर्मिता के कारण ऐसी परिस्थिति पैदा किये हैं। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों से विद्युत आपूर्ति को बाधित एवं क्षतिग्रस्त करने की शिकायतें मिली हैं। ऐसे असमाजिक तत्वों को सख्त संदेश है कि किसी भी प्रकार का संवेदनहीन एवं राष्ट्र विरोधी कार्य करके वे पृथ्वी, आकाश व पाताल में कहीं पर भी छिप नहीं सकते। उन्हें खोज निकाला जायेगा और कानूनी कार्यवाही करते हुए कठोर दण्ड दिया जायेगा। ऊर्जा मंत्री आज शक्ति भवन में प्रदेश की विद्युत व्यवस्था एवं आपूर्ति के सम्बंध में प्रेसवार्ता कर जानकारी दे रहे थे।

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