Lakhimpur Kheri: योगी सरकार में भी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के निघासन (Nighasan) क्षेत्र में बुधवार की शाम दो सगी दलित नाबालिग बहनों की लाश एक साथ पेड़ पर लटकी मिलने से इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। मृतक लड़कियों की मां का आरोप है कि तीन युवक बाइक से आए और उसकी बेटियों को जबरदस्ती अगवा कर ले गए। मां का आरोप है कि इन्हीं लोगों ने उनकी बेटियों की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया। घटना के बाद से निघासन (Nighasan) में तनावपूर्ण माहौल बन गया है। वहीं विपक्ष एकजुट होकर सीएम योगी पर तीखा हमला बोला है।

घटना की सूचना होते ही लखनऊ से आईजी लक्ष्मी सिंह भी घटना स्थल पर पहुंच गई हैं। लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में दो बहनों की लाशों के मिलने से एकबार फिर अखिलेश राज में हुए बदांयू कांड की याद ताजा हो गई है। करीब 8 साल पहले बदांयू में भी इसी तरह की घटना घटी थी। सपा सरकार में बदायूं में दो बहनों की पेड़ से लटकी लाश मिली थी। जिस पर हंगामा हुआ था। हालांकि जांच में कुछ खास खुलासा नहीं हो पाया था।

पुलिस के खिलाफ उग्र प्रदर्शन

लखीमपुर खीरी में घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने चौराहा जाम कर पुलिस के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। घटनास्थल पर जा रहे एसपी संजीव सुमन को ग्रामीणों ने घेर लिया। वहीं मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार घटना निघासन कोतवाली क्षेत्र के गांव तमोलिनपुरवा का है। यहां गांव के बाहर एक दलित परिवार रहता है। बुधवार के दिन घर पर दो बेटियां और उनकी बीमार मां थी।

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बाइक से आए युवकों ने किया था अपहरण

शाम पांच बजे के करीब गांव से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में लगे एक खैर के पेड़ से दो सगी नाबालिग बहनों के शव लटकते हुए देखा गया। दोनों बहनों के शव एक ही दुपट्टे के फंदे से पेड़ से लटक रहे थे। वहीं एक किशोरी के पैर भी जमीन तक लटके हुए थे। शव के देखे जाने से गांव में हंगामा शुरू हो गया। वहीं इन किशोरियों की मां ने बताया कि कुछ समय पहले एक बाइक से आए तीन युवकों ने उसकी दोनों बेटियों को जबरदस्ती खींचकर गन्ने के खेत में ले गए थे। उसने जब इसका विरोध किया तो उसे लात मारकर गिरा दिया। बेटियों की मां ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटियों को अगवा कर उनकी हत्या की गई है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

एसपी संजीव सुमन ने बताया कि गांव में दो किशोरियों के शव मिले हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शवों के पोस्टमार्टम के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। उधर सीओ निघासन संजय नाथ तिवारी का कहना है कि किशोरी की मां हत्या का आरोप लगा रही है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है।

हमलावर हुआ विपक्ष

लखीमपुर खीरी की घटना सामने आते ही यूपी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में 2 दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। उन्होंने तीखा हमला बोलते हुए लिखा, लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।

इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “लखीमपुर (उप्र) में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। परिजनों का आरोप है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था। उन्होंने योगी सरकार को घेरते हुए आगे लिखा, रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती। आखिर उप्र में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?

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