Israel-Hamas War Live: इजराइल (Israel) के हमले से गाजा बर्बाद हो चुका है, वहीं फिलिस्तीन (Palestine) और इजराइल (Israel) का युद्ध जारी है। व्यापक जनहानि के बावजूद भी हमास (Hamas) के आतंकी डट कर इजराइल का मुकाबला कर रहे हैं। हमास (Hamas) की तरफ से तेल अवीव (Tel Aviv) पर रॉकेट हमले किए जा रहे हैं। इजराइल (Israel) अपने दुश्मनों को सबक सिखाने को प्रतिबद्ध है। इजराइल (Israel) के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) साफ कर चुके हैं, कि युद्ध दुश्मनों ने शुरू किया है, खत्म हम करेंगे। उन्होंने कहा कि इजराइल पर हमला करके हमास (Hamas) ने एतिहासिक गलती की है। ऐसा सबक सिखया जाएगा, जिसे इजराइल के दुश्मन याद रखेंगे। हमास और इजराइल युद्ध के बीच मुस्लिम कंट्री जहां फिलिस्तीन (Palestine) के साथ आ गए हैं, वहीं भारत, अमेरिका, युक्रेन सहित दुनिया के अन्य देश इजराइल को अपना समर्थन दे रहे हैं।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) दुनिया के नेताओं से बात कर युद्ध की स्थिति के बारे में जानकारी दे रहे हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात करके ताजा हालातों पर चर्चा की। वहीं हमास के आंतकी इजराइल से अपनी जान बचाने के लिए बंधक बनाए इजराइल के नागरिकों को आगे कर रहे हैं। हमास के लीडर ने एलान करते हुए कहा है कि युद्ध की समाप्ति तक बंधक बनाए गए नागरिकों को रिहा नहीं किया जाएगा। हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह ने दावा किया है कि कैदियों की अदला-बदली का मामला युद्ध समाप्त होने के बाद निपटाया जाएगा। माना जा रहा है युद्ध समाप्त होने के बाद इजराइल के जेल में बंद फिलिस्तीनियों को छुड़ाने के लिए हमास इन बंधकों का इस्तेमाल कर सकता है।

उधर इजराइल के हमले में गाजा पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। इजराइल और हमास के बीच हो रहे हमलों और जासूसी के परिणामस्वरूप जो व्यक्तिगत और राजनीतिक चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं, वे विशेष ध्यान और विश्लेषण की जरूरत रखते हैं।

गाजा-पट्टी के साथ संघर्ष

इजराइल के और गाजा-पट्टी के बीच के संघर्ष एक लंबे समय से चल रहे हैं, और यह राजनीतिक और मानवाधिकार के मुद्दे को गोल में रखते हैं। इसके बारे में बहुमत दुनिया भर के देश बात कर रहे हैं, और इसके समाधान के लिए एक सामंजस्यपूर्ण और शांतिपूर्ण समझौता ढूंढ़ना मुश्किल है।

हमास के गोलों का प्रभाव

हमास के गोलों का इजराइल के आयरनडोम पर प्रभाव पड़ रहा है, और इसका सुरक्षा पर प्रभाव हो रहा है। यह सबका ध्यान आकर्षित कर रहा है कि कैसे नए हमले को रोकने के लिए सुरक्षा प्रौद्योगिकी में सुधार किया जा सकता है।

अमेरिका का समर्थन

इजराइल को अमेरिका का सामर्थ्य समर्थन मिलता है, जिससे वह अपनी रक्षा को बढ़ावा देता है। इससे इजराइल के लिए राजनीतिक लक्ष्य प्राप्त करना संभव होता है।

जासूसी एजेंसी मोसाद

मोसाद के बारे में बहुत कुछ जाना जाता है, लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि हर जासूसी कार्रवाई सफल हो। जासूसी कार्रवाई आमतौर पर बहुत जटिल होती है, और सफलता के लिए कई घरणाएँ और कारण होते हैं।

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राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव

यह हमले राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव डाल रहे हैं, जिनका असर दुनिया भर के देशों पर हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप, इस संघर्ष के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का साथ चाहिए, जिससे संघर्ष को सुलझाने का प्रयास किया जा सके। इस समय, इस संघर्ष के समाधान के लिए विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण है, जिससे इस समस्या का सबसे सामंजस्यपूर्ण और शांतिपूर्ण समाधान ढूंढ़ा जा सके।

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