लखनऊ। 108 फीट ऊंची धर्मध्वजा की ख्याति प्राप्त राजधानी के आईआईएम रोड के सरौरा गांव स्थित बड़ी भुइयन माता मंदिर इन दिनों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र बना हुआ है। अवसर है यहां चल रहे 11 दिवसीय श्री हनुमत महायज्ञ के आयोजन का। 25 मई से आरंभ हुए इस भव्य धार्मिक अनुष्ठान में हर सुबह तपस्वी नागा साधु आनंद गिरि के सानिध्य, आचार्य शिवाकांत द्विवेदी के नेतृत्व में अन्य पुरोहितों द्वारा यहां पूरे विधि—विधान से पूजन—अर्चन के साथ हनुमान जी को 51 किलो लड्डू का भोग लगाया जाता है। यहां दोपहर तीन बजे से हवन—पूजन आरंभ होता है जो शाम तक चलता है। जिसके बाद शाम को आचार्य शिवाकांत द्विवेदी द्वारा भागवत कथा का वाचन किया जाता है।

शिव—बारात का भव्य चित्रण सुन श्रद्धालु हुए भाव—विभोर

इसी क्रम में मंगलवार को आचार्य शिवाकांत द्विवेदी ने माता सती की कहानी सुनाते हुए शिव—पार्वती प्रसंग सुनाया। उन्होंने शिव—बारात का भव्य चित्रण भी प्रस्तुत किया। आज की कथा में उन्होंने पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ को गुरू वशिष्ठ द्वारा बताए यज्ञ की प्रेरणा से श्रंगी ​ऋषि द्वारा कराए गए यज्ञ की कथा सुनाई। उन्होंने आज की ​कथा में प्रभु श्रीराम, भरत,लक्ष्मण एवं शत्रुघन के जन्म, उनकी बाल लीलाओं, विश्वामित्र द्वारा श्रीराम, लक्ष्मण को अपने साथ वन ले जाना, वन में ताड़का का वध, सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाया। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

तपस्वी नागा साधु आनंद गिरि ने किया आह्वान

वही माता सेवक तपस्वी नागा साधु आनंद गिरि ने बताया कि तीन जून तक प्रत्येक दिवस यहां प्रातः सात बजे पूजन, दोपहर तीन बजे हवन और भागवत कथा का आयोजन सायं सात बजे से होता है, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होते हैं। उन्होंने बताया कि 4 जून को पूर्णाहुति व विशाल भंडारे के आयोजन के साथ इस भव्य धार्मिक अनुष्ठान का समापन हो जाएगा। वहीं नागा साधु आनंद गिरि ने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि रोग—दोष आदि से पीड़ित व्यक्ति यहां आएं और हवन में आहूतिं दें। बजरंगबली की कृपा से सब अच्छा होगा।

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